


बाइडेन प्रशासन का कार्यकाल भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय रिश्ते के लिहाज से सबसे शानदार कार्यकाल रहा। इस दौरान भारत और अमेरिका के रिश्ते में विश्वास को मजबूत करने के लिए कई शानदार काम किए गये। अमेरिका ने इस दौरान भारत को क्रिटिकल टेक्नोलॉजी भी दी। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में मजबूत होते इस रिश्ते को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं। बाइडेन प्रशासन के दो सीनियर अधिकारी कर्ट कैंपबेल और जेक सुलिवन, जिन्होंने भारत और अमेरिका के रिश्ते को मजबूत करने के लिए काफी काम किए, उन्होंने फॉरेन अफेयर्स वेबसाइट में एक लेख लिखकर प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से इस रिश्ते को बचाने की अपील की है। आपको बता दें कि जैक सुलिवन बाइडेन प्रशासन के दौरान अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) थे तो कर्ट कैंपबेल बाइडेन प्रशासन के समय अमेरिका के इंडो-पैसिफिक कॉर्डिनेटर थे।
उन्होंने लिखा है कि "हालिया समय में अमेरिका-भारत संबंधों में तनाव तेजी से बढ़ा है। व्यापारिक टैरिफ, रूस से भारत की तेल खरीद और पाकिस्तान को लेकर डोनाल्ड ट्रंप की घोषणाओं ने दोनों देशों के रिश्ते को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। सार्वजनिक आरोप-प्रत्यारोप और तकरार ने दोनों देशों के बीच भरोसे को कमजोर किया है। लेकिन इन घटनाओं के पहले, अमेरिका ने भारत को एक महत्वपूर्ण वैश्विक साझेदार के रूप में देखा है। लोकतंत्र, आर्थिक और तकनीकी ताकत और वैश्विक नेतृत्व की क्षमता की वजह से भारत, पिछले दशक में अमेरिका के लिए रणनीतिक रूप से अनिवार्य हो गया है। इसलिए दोनों देशों को इन विवादों से आगे बढ़कर एक मजबूत गठबंधन बनाने की जरूरत है, ताकि चीन और अन्य क्षेत्रीय चुनौतियों के सामने संतुलन बनाए रखा जा सके।"