


अमेरिका में शनिवार को दो अहम आयोजन हुए. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का जन्मदिन और अमेरिकी सेना की स्थापना की 250वीं वर्षगांठ. इस ऐतिहासिक मौके को वॉशिंगटन डीसी में भव्य सैन्य परेड के साथ मनाया गया, लेकिन इस समारोह के बीच एक बड़ा राजनीतिक विवाद तब खड़ा हो गया जब कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को परेड में बतौर ‘गेस्ट’ आमंत्रित किया गया था. इस पर व्हाइट हाउस को सफाई देनी पड़ी.
भव्य सैन्य परेड में ट्रंप सहित कई हस्तियों की मौजूदगी
अमेरिकी सेना की स्थापना की 250वीं वर्षगांठ पर राजधानी वॉशिंगटन डीसी में एक विशाल सैन्य परेड आयोजित की गई. इस परेड में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित कई हाई-प्रोफाइल राजनयिक और सैन्य अधिकारी शामिल हुए. इस परेड में 6,000 से अधिक अमेरिकी सैनिक, 150 से ज्यादा बख्तरबंद सैन्य वाहन और 50 से अधिक लड़ाकू विमान शामिल थे. अनुमान है कि इस परेड पर 350 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च की गई, जिसको लेकर देश में तीखी आलोचना भी हो रही है.
पाक सेना प्रमुख को न्योता दिए जाने के दावे पर मचा बवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट कर दावा किया कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को अमेरिकी सैन्य परेड में विशेष अतिथि के तौर पर बुलाया गया था. उन्होंने इस कथित निमंत्रण को भारत के लिए राजनयिक और रणनीतिक झटका बताया. रमेश ने कहा कि यह वही जनरल मुनीर हैं, जिन्होंने पहलगाम आतंकी हमले से पहले उकसावे भरे बयान दिए थे. उन्होंने अमेरिका की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस तरह का कदम भारत-अमेरिका संबंधों पर असर डाल सकता है.
व्हाइट हाउस ने दावों को बताया ‘गलत और भ्रामक’
रविवार को व्हाइट हाउस ने इन अटकलों पर आधिकारिक बयान जारी करते हुए पूरी तरह खंडन किया. एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने साफ कहा, "सैन्य परेड में किसी भी विदेशी सैन्य अधिकारी को आमंत्रित नहीं किया गया था. यह दावा पूरी तरह गलत है."