


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर वन विभाग ने जंगलों में वनाग्नि रोकने के साथ-साथ जंगली जानवरों के लिए पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था शुरू कर दी है। बढ़ती गर्मी और तापमान के मद्देनज़र हरिद्वार के घने जंगलों में जल संकट से जूझ रहे वन्यजीवों को राहत देने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।हरिद्वार वन विभाग की ओर से श्यामपुर, रसिया बड़, लालडांग, पथरी और रानीपुर रेंज जैसे हाथी प्रभावित क्षेत्रों में नलकूप (ट्यूबवेल) लगाए जा रहे हैं, ताकि गर्मी के मौसम में हर वक्त पानी की उपलब्धता बनी रहे।
तालाबों को किया जाएगा पुनर्जीवित
बढ़ती गर्मी और तापमान के मद्देनज़र हरिद्वार के घने जंगलों में जल संकट से जूझ रहे वन्यजीवों को राहत देने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।साथ ही पुराने तालाबों को पुनर्जीवित किया जा रहा है और नई जल संरचनाएं भी विकसित की जा रही हैं। भीषण गर्मी के दौरान जब तापमान तेजी से बढ़ता है, तो जंगली जानवरों को पानी की तलाश में दूर-दराज जाना पड़ता है। लेकिन अब राजाजी टाइगर रिजर्व के भीतर ही उन्हें स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा। ऐसे में हाथियों के झुंड, तेंदुए, बाघ, हिरण और अन्य वन्यजीवों को काफी राहत मिलेगी।वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए हर रेंज में विशेष टीमों को लगाया गया है, जो नियमित निगरानी कर रही हैं। यह पहल वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रही है।