


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज गुरुवार को अमृत उद्यान समर एनुअल्स एडिशन 2025 का शुभारंभ किया। इसके साथ यह भव्य उद्यान 16 अगस्त से 14 सितंबर तक आम जनता के लिए खोल दिया गया। इस दौरान आगंतुक 42 से अधिक किस्मों के रंग-बिरंगे ग्रीष्मकालीन फूलों, थीम आधारित बागों और प्राकृतिक सुंदरता से सजे विशेष क्षेत्रों का आनंद ले सकेंगे। यहां लोग सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक घूम सकते हैं, जबकि आखिरी प्रवेश शाम 5:15 बजे तक होगा। वहीं सोमवार को रखरखाव के लिए उद्यान बंद रहेगा।
उद्यान में प्रवेश निःशुल्क है, लेकिन इसके लिए पहले से पंजीकरण जरूरी है, जो राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट से ऑनलाइन या गेट नंबर 35 (नॉर्थ एवेन्यू रोड) के बाहर लगे सेल्फ-सर्विस कियोस्क पर बुक किया जा सकता है। 15 एकड़ में फैला अमृत उद्यान राष्ट्रपति भवन की “आत्मा” माना जाता है। पहले इसमें ईस्ट लॉन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन शामिल थे, जिन्हें बाद में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम और राम नाथ कोविंद के कार्यकाल में और विस्तारित किया गया। अब यहां थीम-आधारित कई हिस्से हैं, जैसे- बाल वाटिका (225 साल पुराने शीशम के पेड़, ट्रीहाउस और बोन्साई गार्डन, सर्कुलर गार्डन, बहती जलधारा, कैस्केड, मूर्तिकला फव्वारे, स्टेपिंग स्टोन्स, रिफ्लेक्टिंग पूल, रिफ्लेक्सोलॉजी पाथ, पंचतत्व ट्रेल, जंगल जैसी सैरगाह, प्लूमेरिया गार्डन शामिल हैं।
इस बार के समर एडिशन में 42 से अधिक प्रकार के ग्रीष्मकालीन मौसमी फूल खिलेंगे, जो इस विरासत स्थल को और रंगीन बनाएंगे। वहीं मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक चाबियां, पर्स, हैंडबैग, पानी की बोतलें, बच्चों के दूध की बोतलें और छाते ले जाने की अनुमति है, जबकि अन्य सामान प्रतिबंधित है। पूर्व में मुगल गार्डन नाम प्रसिद्ध अमृत उद्यान राष्ट्रपति भवन परिसर में स्थित है और दुनिया के सबसे खूबसूरत बागानों में गिना जाता है, जो भारत की बागवानी विरासत का प्रतीक है।