


मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अब एक बड़ी खबर में है। यह कंपनी चीन की एक बड़ी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी हायर की भारतीय इकाई में हिस्सेदारी खरीदने की दौड़ में शामिल हो गई है। हायर कंपनी भारत में अपने कारोबार को बढ़ाना चाहती है और इसके लिए वह किसी भारतीय कंपनी को अपना पार्टनर बनाना चाहती है। इस दौड़ में रिलायंस का मुकाबला सुनील मित्तल की भारती ग्रुप से है। यह मुकाबला टेलीकॉम सेक्टर की तरह ही है, जहां ये दोनों कंपनियां पहले से ही एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।
कितनी हिस्सेदारी बेचना चाहती है कंपनी?
हायर अप्लायंसेज इंडिया LG और सैमसंग के बाद तीसरे नंबर पर है। यह कंपनी अपनी 25% से 51% तक हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। यह कंपनी MG मोटर्स की तरह एक ऐसा ढांचा बनाना चाहती है, जिसमें कोई भारतीय कंपनी सबसे बड़ी शेयरधारक बन जाए।
क्या है दोनों कंपनियों का प्लान?
रिलायंस ने इस साल की शुरुआत में नॉन-बाइंडिंग ऑफर देने के बाद इस दौड़ में एंट्री की है। सूत्रों के अनुसार, रिलायंस के सलाहकारों ने सीधे हायर के हेडक्वार्टर, चिंगदाओ में संपर्क किया है। दो इंडस्ट्री एग्जीक्यूटिव्स ने बताया कि मित्तल भी कुछ हफ्ते पहले हायर के टॉप मैनेजमेंट से मिलने चीन गए थे।