


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि बदलते जियोपॉलिटिकल माहौल के बीच भारतीय सशस्त्र सेनाओं को कम समय के संघर्ष से लेकर पांच साल तक चलने वाले युद्ध के लिए भी तैयार रहना चाहिए। उन्होंने यह बात मध्य प्रदेश के महू स्थित आर्मी वॉर कॉलेज में आयोजित 'रण संवाद' सम्मेलन में कही। रक्षा मंत्री ने कहा, “आज का युद्ध क्षेत्र अप्रत्याशित और अचानक होने वाला हो गया है। हमें यह नहीं पता कि युद्ध कब शुरू होगा और कितने समय तक चलेगा। इसलिए जरूरी है कि हमारी सेनाएं दो महीने, चार महीने या पांच साल तक चलने वाले किसी भी संघर्ष के लिए तैयार रहें।
क्षेत्रीय अखंडता के लिए किसी भी हद तक जाएंगे
राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि भारत किसी की जमीन नहीं चाहता, लेकिन अपनी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। उन्होंने यह बात सीडीएस जनरल अनिल चौहान, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नेवी चीफ एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी समेत तीनों सेनाओं के शीर्ष अधिकारियों की मौजूदगी में कही।