तिथि
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 28 नवंबर को सुबह 06 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगी और 29 नवंबर को सुबह 08 बजकर 39 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार, मार्गशीर्ष माह का पहला प्रदोष व्रत 28 नवंबर को किया जाएगा। इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम को 05 बजकर 24 मिनट से लेकर 08 बजकर 06 मिनट तक रहेगा।प्रदोष व्रत के दिन इन चीजों का करें दान
प्रदोष व्रत के दिन काले तिल का दान लोगों को शनि दोष से मुक्ति दिलाता है और विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करता है।
दूध को शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसलिए दूध का दान करने से वैवाहिक जीवन में मिठास बनी रहती है।
फल भगवान शिव को भोग लगाने के लिए भी उपयोग किए जाते हैं। फल का दान करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
गरीबों को कंबल या वस्त्र दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। अन्न का दान करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
गाय को दान करना सबसे बड़ा दान माना जाता है और चांदी का दान करने से लक्ष्मी माता की कृपा प्राप्त होती है।
तांबे के लोटे में जल भरकर दान करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं और लोगों की इच्छाएं जल्दी पूरी करते हैं।
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