परिवर्तिनी एकादशी कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार भादो मास में आने वाली शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का आरंभ 13 सितंबर 2024 को देर रात 10:30 मिनट से हो रहा है, जिसका समापन अगले दिन 14 सितंबर को रात 08 बजकर 41 मिनट पर होगा। ऐसे में उदयातिथि के आधार पर परिवर्तिनी एकादशी का व्रत 14 सितंबर 2024 को रखा जाएगा।पूजा का शुभ मुहूर्त
परिवर्तिनी एकादशी के दिन विष्णु जी की पूजा का अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:52 मिनट से लेकर दोपहर बाद 12:41 मिनट तक है। इस दिन देवी-देवताओं की पूजा के लिए विजय मुहूर्त भी शुभ है। जो दोपहर 02:20 मिनट से लेकर दोपहर बाद 03:09 मिनट तक है। वहीं व्रत के पारण का समय 15 सितंबर 2024 को प्रात: काल 06 बजकर 06 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 34 मिनट तक है।पूजा विधि
परिवर्तिनी एकादशी के दिन ब्रम्हा मुहूर्त में उठकर स्नान करें।
इसके बाद घर के मंदिर में भगवान विष्णु की प्रतिमा, फोटो के सामने दीपक जलाएं।
भगवान विष्णु की प्रतिमा को स्नान कराएं और वस्त्र पहनाएं।
फिर प्रतिमा को अक्षत, फूल, मौसमी फल, नारियल और मेवे चढ़ाएं।
ध्यान रहे भगवान विष्णु की पूजा करते वक्त तुलसी के पत्ते अवश्य रखें।
इसके बाद धूप दिखाकर श्री हरि विष्णु की आरती उतारें।
परिवर्तिनी एकादशी की कथा सुनें या सुनाएं।
इस दिन दान करना परम कल्याणकारी माना जाता है।
परिवर्तिनी एकादशी के प्रभावशाली उपाय
परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पहले उनके सामने चांदी के कुछ सिक्के रखें। पूजा समाप्त होने के बाद लाल कपड़े में उन सिक्कों को बांधकर तिजोरी में रख दें। इस उपाय से आपके घर में धन का आगमन होगा और आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगेगी।
एकादशी के शुभ दिन पीपल के पेड़ की विधिपूर्वक पूजा करें। पीपल के पेड़ में शक्कर वाला जल अर्पित करें। साथ ही पेड़ के समीप घी का दीप जलाएं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को सच्चे मन से करने से पैसों की कमी से छुटकारा मिलता है। साथ ही खराब सेहत में सुधार होता है।
विष्णु जी को प्रसन्न करने के लिए परिवर्तिनी एकादशी के दिन जरूरतमंद लोगों को तेल, तिल से बने व्यंजन, धन और अन्न का दान करना शुभ होता है। इससे आपके ऊपर चढ़ा हुआ कर्ज जल्द समाप्त हो जाएगा। साथ ही आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो सकता है।
परिवर्तिनी एकादशी के दिन श्री हरि की मूर्ति का दूध और केसर के मिश्रण से अभिषेक करना शुभ होता है। इससे घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है।जिन लोगों की शादी नहीं हो रही है, वो परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पीले फूलों से बनी माला और पीली मिठाई अर्पित करते हैं, तो उन्हें जल्द ही खुशखबरी सुनने को मिल सकती है।
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