साल में कुल 24 एकादशी तिथि पड़ती है जिसमें से सभी एकादशी तिथि का अपना एक अलग ही महत्व होता है। उसी तरह बैकुंठ एकादशी के दिन जगत के पालनहर भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से व्यक्ति को विष्णुजी के लोक में स्थान मिलता है। साथ ही, व्यक्ति को जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिल जाती है। धर्म शास्त्रों के अनुसार, बैकुंठ एकादशी तिथि पर वैकुंठ लोक का मुख्य द्वार खुला रहता है। चलिए आइए जानते हैं कि इस बार साल की पहली बैकुंठ एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा।
साल में कुल 24 एकादशी तिथि पड़ती है जिसमें से सभी एकादशी तिथि का अपना एक अलग ही महत्व होता है। उसी तरह बैकुंठ एकादशी के दिन जगत के पालनहर भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से व्यक्ति को विष्णुजी के लोक में स्थान मिलता है।
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