महाशिवरात्रि एक पावन पर्व है, जिसमें भक्तजन पूरे श्रद्धा और भक्ति भाव से भगवान शिव की आराधना करते हैं। इस दिन विशेष रूप से बेलपत्र और बेल फल चढ़ाने की परंपरा है। कहा जाता है कि भगवान शिव को बेलपत्र अत्यंत प्रिय है और इसे चढ़ाने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस बेलपत्र और बेल फल को हम पूजा में इस्तेमाल करते हैं, वह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है? बेल में भरपूर मात्रा में औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं। आयुर्वेद में बेल को एक शक्तिशाली औषधि के रूप में जाना जाता है, जो पाचन तंत्र से लेकर इम्यूनिटी तक को मजबूत करता है।
बेल के बेनिफिट्स
पाचन तंत्र को मजबूत बनाए
बेल में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स पेट की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। ये कब्ज, अपच और गैस जैसी परेशानियों को कम करता है। बेल का शरबत गर्मियों में पेट को ठंडक पहुंचाने का बेहतरीन उपाय है।
इम्यूनिटी बूस्टर
बेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को मजबूत करने में मदद करते हैं। ये सीसनेल इंफेक्शन से बचाने में सहायक होता है।
डिहाइड्रेशन और लू से बचाव
गर्मियों में शरीर में पानी की कमी और लू लगने का खतरा बना रहता है। बेल का जूस शरीर को हाइड्रेट रखता है और ठंडक प्रदान करता है।
त्वचा को बनाए ग्लोइंग
बेल के फल में मौजूद विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को अंदर से साफ रखते हैं और दाग-धब्बों को कम करने में मदद करते हैं। इससे त्वचा नेचुरली ग्लो करने लगती है।
कैसे करें बेल का सेवन?
बेल का शरबत बनाकर पिया जा सकता है, जो पेट को ठंडक देता है। बेल की पत्तियों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर पिया जा सकता है। इसके अलावा आप बेल फल को सीधे भी सकते हैं, जिससे इसके फाइबर और न्यूट्रिएंट्स का पूरा फायदा मिलता है।
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