इस साल होली के मौके पर, यानी 14 मार्च को साल का पहला चंद्र ग्रहण हुआ था। अब इसी महीने दूसरा ग्रहण भी लगने जा रहा है, जो कि एक सूर्य ग्रहण होगा। यह सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को होगा और धार्मिक दृष्टि से यह दिन बेहद खास माना जा रहा है। इस दिन केवल सूर्य ग्रहण ही नहीं, बल्कि कई शुभ योग भी एक साथ बन रहे हैं, जो इस ग्रहण को औरभी महत्वपूर्ण बना रहे हैं।
29 मार्च 2025 को होने वाले सूर्य ग्रहण का महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 29 मार्च को चैत्र मास की अमावस्या होगी, और इसी दिन सूर्य ग्रहण के साथ शनि का गोचर भी होगा। साथ ही इस दिन सूर्य, राहु, शुक्र, बुध और चंद्रमा सभी मीन राशि में एक साथ स्थित होंगे जिससे इस ग्रहण का प्रभाव और भी विशेष माना जा रहा है. ज्योतिषियों के अनुसार, जब ग्रहों की ऐसी स्थिति बनती है, तो उसका व्यक्तिगत और समाजिक जीवन पर गहरा असर पड़ता है।
सूर्य ग्रहण का महत्व हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में विशेष है और इसका धार्मिक और आध्यात्मिक प्रभाव काफी गहरा होता है। ग्रहण के दौरान कई धार्मिक कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है और लोग उपवास रखते हैं, ध्यान और साधना करते हैं।
क्या भारत में सूर्य ग्रहण दिखेगा?
यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा क्योंकि यह ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और रात के समय लगेगा। चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाने की प्रक्रिया को सूर्य ग्रहण कहते हैं, जिसमें सूर्य की पूरी परछाई चंद्रमा से ढक जाती है। हालांकि इस बार का सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए यहां इसका कोई विशेष धार्मिक प्रभाव और सूतक काल लागू नहीं होगा।
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