महात्मा विदुर महाभारत महाकाव्य के अहम किरदार थे. उन्हें योद्धा के तौर पर याद करने के बजाय एक नीतिशास्त्री के रूप में ज्यादा याद किया जाता है, क्योंकि वह ज्ञान और रणनीति बनाने के मामले में बहुत कुशल थे. विदुर नीति के नाम से एक ग्रंथ है, जिसमें महात्मा विदुर की नीतियों को संग्रहित किया है. यह जीवन को समझने में आसानी पैदा करती है. यह लोगों के लिए प्रेरणास्रोत है. उनकी बातें आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं, जितनी महाभारत काल में थी. वह बहुत दूरदर्शी थे. उन्होंने बताया है कि इस दुनिया में वही स्वर्ग के सुख भोगता है, जिसके पास ये 5 चीजें मौजूद रहती हैं.
जिनकी संतान आज्ञाकारी हो
विदुर नीति के अनुसार, जिनकी संतान आज्ञाकारी होता है, वह बहुत ही सौभाग्यशाली होता है. उसे दुनिया की सारी खुशी मिल जाती है. उन्होंने आज्ञाकारी संतान की तुलना महकते हुए फूल से की है. जैसे फूल सारे बगीचे को महका देती है उसी तरह आज्ञाकारी बेटा घर को महका देता है. इसके अलावा, जिसकी संतान आज्ञाकारी न हो, उसका समूल नाश हो जाता है.
मधुर बोलने वाले लोग
विदुर नीति के अनुसार, मीठी बोली वाले लोगों पर माता सरस्वती का आशीर्वाद बना रहता है. ऐसे में जो अपनी बोली में मधुरता बनाए रखता है, वह बहुत ही सौभाग्यशाली होता है. भाग्य उसका हमेशा साथ देता है.
ज्ञानी लोग
विदुर नीति के मुताबिक, इंसान की सबसे बड़ी दौलत कोई है, तो वह शिक्षा है. इंसान अपने ज्ञान से सब कुछ हासिल कर सकता है. ऐसे में जिसके पास ज्ञान होता है, वह धरती पर ही स्वर्ग के सुख का अनुभव करता है.
जिसके पास आय का साधन हो
महात्मा विदुर कहते हैं कि व्यक्ति के पास आय का साधन जरूर होना चाहिए. जिस व्यक्ति के पास कोई आय का साधन नहीं रहता है, वह दुनिया का सबसे दुर्भाग्यशाली इंसान होता है. वह कई समस्याओं से घिरा रहता है. इसके अलावा, जिस व्यक्ति के पास आय का साधन रहता है. उसे जिंदगी में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं होती है.
जिसे किसी तरह की बीमारी न हो
महात्मा विदुर के अनुसार, जिंदगी में व्यक्ति का निरोगी होना बहुत जरूरी होता है. जो व्यक्ति किसी भी तरह की बीमारी से ग्रसित नहीं होता है, वह धरती पर ही स्वर्ग के समान सुख भोगता है.
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