पर्थ टेस्ट में 161 रनों की बेजोड़ पारी खेलने वाले भारत के युवा ओपनिंग बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ऑस्ट्रेलिया में बाकी 3 पारियों में फ्लॉप रहे हैं। भारत के सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने बताया है कि, जायसवाल आखिर कहां गलती कर रहे हैं और उन्हें इसे कैसे सुधारना चाहिए। पुजारा ने जायसवाल के आक्रामक रुख अख्तियार करने की कोशिश में पूर्व विस्फोटक ओपनिंग बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग का भी उदाहरण दिया और उनसे सीखने की सलाह दी।
यशस्वी को बॉल की मेरिट पर खेलना चाहिए
भारत के सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने युवा ओपनिंग बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को कहा कि, उन्हें यह समझना चाहिए कि, वह ओपनिंग बल्लेबाज हैं और ओपनर कभी रनों के लिए बॉल को मारने अपने जोन से बाहर नहीं जाता। इसके साथ ही पुजारा ने आगे कहा कि, उन्हें यहां बॉल की मेरिट पर खेलना चाहिए और लाल गेंद के फॉर्मेट में यही अहम होता है।
यशस्वी को पिच पर और समय देने की जरूरत है
इस दिग्गज टेस्ट बल्लेबाज ने कहा आगे कहा कि, उन्हें खुद को पिच पर और समय देने की जरूरत है। जिस ढंग से वह खेल रहे हैं, वह चीजों को जल्दी करने की कोशिश कर रहे हैं। वह थोड़े ज्यादा शॉट्स खेलने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें तभी अपने शॉट्स खेलने चाहिए, जब उन्हें इसके बारे में बहुत भरोसा हो। पुजारा ने कहा कि, खासतौर से शुरुआती 5-10 ओवरों में क्योंकि इससे ऐसा लगता है कि, जायसवाल शुरुआती 15-20 रन बहुत जल्दी बना लेना चाहते हैं। पुजारा ने आगे कहा कि, जब आप टेस्ट क्रिकेट में ओपनर होते हो तो तब आप बॉल को ढूंढने के लिए बाहर नहीं जाते। आप गेंदों को उनकी मेरिट पर खेलते हैं।
वीरेंदर सहवाग कभी भी खराब शॉट्स नहीं खेलते थे
इस मौके पर इस दिग्गज टेस्ट बल्लेबाज पुजारा ने भारत के पूर्व विस्फोटक ओपनिंग बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग का भी उदाहरण दिया। चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि, वीरेंदर सहवाग भी आक्रामक ओपनर थे लेकिन वह कभी भी खराब शॉट्स नहीं खेलते थे। सहवाग उन बॉल पर शॉट मारने की कोशिश नहीं करते थे जो उनके जोन में नहीं गिरती थीं और जायसवाल को यही सीखने की जरूरत है।
यशस्वी जायसवाल को थोड़ा शांत होकर खेलना होगा
उन्होंने कहा कि, लेकिन यहां लग रहा है कि, यशस्वी जायसवाल शॉट्स को बदलने करने की कोशिश कर रहे हैं। वह उन गेंदों पर भी ड्राइव लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जो आगे नहीं गिर रहीं, उन्हें थोड़ा शांत होकर खेलना होगा और वहां थोड़ा और वक्त बिताना होगा। क्योंकि अगर आप बॉलर को सम्मान देंगे तो वे अपने लाइन अपने आप ही बदल लेंगे और विकेट लेने के प्रयास में आगे बॉल खिलाना शुरू कर देंगे और तब आप इन गेंदों पर रन बना सकते हैं।
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