अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट से ज्यादा खाया नहीं जाता. जो खाना वो धरती पर चाव से खाते हैं, वो ही चीज उन्हें अंतरिक्ष में फीकी लगती है. लेकिन ऐसा होता क्यों है, इसका पता लगाने के लिए ऑस्ट्रेलिया की RMIT यूनिवर्सिटी में रिसर्च हुई है.
भारतीय मूल की NASA एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स विमान में खराबी की वजह से अभी तक धरती पर वापिस नहीं लौट पाई हैं. लगभग एक महीने से वह अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं. इस बीच लोगों के मन में एस्ट्रोनॉट के अंतिरक्ष में खान-पान को लेकर कई तरह के सवाल हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष मिशन में अपने साथ समोसे लेकर गई हैं. लेकिन आपको जानकारी हैरानी होगी कि अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट से ज्यादा खाया नहीं जाता. जो खाना वो धरती पर चाव से खाते हैं, वो ही चीज उन्हें अंतरिक्ष में फीकी लगती है.
एस्ट्रोनॉट को अंतरिक्ष में भूख क्यों नहीं लगती, इसे पता करने के लिए ऑस्ट्रेलिया की RMIT यूनिवर्सिटी में रिसर्च हुई है. इसमें शोधकर्ताओं ने VR और अंतरिक्ष यान के सिम्युलेटेड माहौल का इस्तेमाल किया है ताकि पता चल सकें कि अंतरिक्ष यात्रा किसी व्यक्ति की गंध और भोजन के अनुभव पर कैसा असर करती है. रिसर्च के रिजल्ट इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी में छपे हैं.
Comments (0)