प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिकी दौरे से पहले भारत ने एक बड़ा ऐलान किया है। यूएस की Lam रिसर्च भारत में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में 10 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने जा रही है। यह निवेश भारत के सेमीकंडक्टर मिशन के साथ मिलकर किया जाएगा।
पीएम मोदी इन दिनों अमेरिकी दौरे पर हैं। मोदी के इस दौरे की चर्चा पूरी दुनिया में है, क्योंकि पीएम मोदी अमेरिका के नए राष्ट्रपति ट्रंप से मिल रहे हैं। ऐसे में पूरी दुनिया नजरें पीएम मोदी के दौरे पर हैं। लेकिन पीएम के दौरे से पहले भारत ने एक नया ऐलान किया है, जिससे चीन की हालत पस्त हो सकती है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ऐलान किया है कि यूएस बेस्ड कंपनी भारत के सेमीकंडक्टर में बड़ा निवेश करने जा रही है। रिपोर्ट की मानें तो यूएस बेस्ड Lam रिसर्च भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में करीब 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है।
भारत बनेगा सेमीकंडक्टर हब
यूएस कंपनी का इन्वेस्टमेंट भारत के सेमीकंडक्टर मिशन यानी ISM के साथ जुड़ेगा। यह एक सरकारी पहल है, जिसमें सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले को बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इस पहल के तहत 5 सेमीकंडक्टर यूनिट की सब्सिडी को हाल ही में मंजूर किया गया है। सरकार ने सेमीकंडक्टर के लिए करीब 76,000 करोड़ रुपये का बजट बनाया है, जिससे भारत को सेमीकंडक्टर हब के तौर पर विकसित किया जा सके।
सेमीकंडक्टर में किस देश का दबदबा
सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन में चीन लीड ले रहा है। ऐसे में अमेरिका ने चीन पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिये हैं, जिससे चीन के सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन को रोका जा सके। ग्लोबल सेमीकंडक्टर प्रॉडक्शन में चीन की हिस्सेदारी 24 फीसदी है, जबकि अमेरिका 11 फीसद के साथ चौथे पायदान पर है।
Comments (0)