Tech: भारत सरकार अपने डिजिटलाइजेशन (Digitalisation In India)की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए सरकार अन्य देशों से उम्मीद कर रही है कि वे भारत की स्वदेशी तकनीक को अपनाएं। ऐसे में उम्मीद की जा रही हैं, पांच से सात देश मार्च तक यूपीआई और आधार जैसे भारत-विकसित प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म को अपनाने के लिए हस्ताक्षर करेंगे।बता दें कि केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इसकी जानकारी दी।
इंडिया स्टैक डेवलपर कॉन्फ्रेंस में बोले मंत्री
बता दें कि हाल ही में आयोजित हुई इंडिया स्टैक (Digitalisation In India) डेवलपर कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए मंत्री ने कहा कि प्रधान मंत्री ने डिजिटलीकरण में तेजी लाने में मदद करने के लिए देशों को भारत तकनीकी मंच देने का फैसला किया है।
शामिल होंगे अन्य देश
बीते मंगलवार को जानकारी मिली कि आधार और यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) जैसे प्लेटफॉर्म के ओपन सोर्स कोड और आर्किटेक्चर का उपयोग करने और अपने नागरिकों के लिए समान सेवाएं विकसित करने के लिए कई देशों के फरवरी में इंडिया स्टैक में शामिल होने की उम्मीद है।
चंद्रशेखर ने की ये घोषणा
चंद्रशेखर ने घोषणा की कि सरकार 25 जनवरी को भारतीय और विदेशी कंपनियों, सिस्टम इंटीग्रेटर्स और अन्य के लिए पहला भारत स्टैक डेवलपर्स सम्मेलन आयोजित करेगी। चंद्रशेखर ने कहा कि इंडिया स्टैक का उपयोग करके स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल आदि में कई मंच बनाए गए हैं।
इसे एक समृद्ध और अधिक परिष्कृत स्टैक बनाने का फैसला किया गया है , क्योंकि यह ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर है। डेवलपर्स के इस सम्मेलन को शुरू करके, हम स्टार्टअप्स का एक इको सिस्टम तैयार करेंगे, जो भारत स्टैक के आसपास इनोवेशन को आगे बढ़ा सकता है। इसके साथ ही अन्य देशों और सरकारों को उन लाखों और अरबों डॉलर का भुगतान किए बिना स्टैक को अपनाने में मदद मिलेगी।
G20 डिजिटल इनोवेशन एलायंस
सरकार भारत स्टैक की विशेषताओं का मुद्रीकरण नहीं करना चाहती है, जो महामारी के बाद की दुनिया में अपनी अर्थव्यवस्थाओं को डिजिटाइज करने वाले देशों के लिए मददगार हो सकती है। जैसा कि पहले बताया गया है, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) इस साल देश में आयोजित होने वाले G20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के डिजिटल पब्लिक गुड्स को प्रदर्शित करने की योजना बना रहा है।
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