इन दिनों जो चर्चा सड़क से लेकर संसद तक जोर पकडे हुए है वो है मणिपुर में हुई अमानवीय घटना जिसमें महिलाओं को अपमानित करती और पूरी संस्कृति को शर्मसार करती जिंदा लोगों की मरी हुई इंसानियत की भीड़ दिखाई दे रही है!
पुलिस ने हमें हमारे घर के पास से उठाया और उपद्रवी भीड़ को सौप दिया –
19 जुलाई को वायरल हुए वीडियो के बाद देश में एक चिंता और गुस्से का माहौल बन गया है जिसके लिए लोग अपनी जगह अपना गुस्सा और बयान व्यक्त कर रहे हैं जिसमें देश के नेताओं के साथ-साथ हर क्षेत्र के लोग शामिल हैं चाहे वो फिल्म से हों या कॉर्पोरेट के लीडर्स और इसी को देखकर मणिपुर सरकार ने अपनीं कार्यवाही शुरू कर दी है और मुख्य आरोपी सहित 3 और लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है,
मणिपुर घटना में पीड़ित महिलाओं में से एक ने हाल ही मीडिया से बात की है जिसने 19 जुलाई को वायरल हुए वीडियो में जो घटता हुआ दिख रहा है उसे शुरू से बताया है पीडिता ने बताया की घटना वाले दिन उपद्रवी भीड़ ने हमारे गाँव पर हमला किया था और उस वक़्त पुलिस भी उनके साथ थी और पुलिस ने ही हमें हमारे घर के पास से उठाया और भीड़ के हवाले कर दिया !
पीडिता ने बताया कि वीडियो और फोटो में दिख रही दो महिलाओं के अलावा एक महिला और थी –
पीड़िता ने बताया कि जब पुलिस ने हमें घर से लाकर सड़क पर भीड़ के हवाले छोड़ दिया तब हमारे साथ एक 50 साल और एक 20 साल की दो महिलाए और थीं जिनके साथ भी उन लोगों ने हमारे जैसा ही सलूक किया और बाद में उन लोगों ने उनके पिता और भाई को मार डाला और उनके साथ जो उन्हें करना था किया और हमें उसी हालत में वहां छोड़ दिया, फिर बाद में हम वहां से भाग पाए!
आरोपियों की पहचान के बारे में क्या कहा पीडिता ने ?
जब पीडिता से उन लोगों की पहचान के बारे में पूछा तो उसने बताया कि मुझे और मेरे परिवार को यह भी नहीं पता कि कौनसा वीडियो या फोटोज वायरल हुए हैं लेकिन बात उन लोगों की जिन्होंने ये किया उनमें से कुछ लोगों को मैं पहचान सकती हूं और उन लोगों में से एक तो मेरे भाई का दोस्त था !
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