मध्य प्रदेश के शहडोल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां बैंक के कर्मचारियों ने एक सरकारी हेडमास्टर से घनिष्ठता बढ़ाकर 40 लाख की चपत लगा दी है।
शहडोल, जिले के एक हेड मास्टर को बैंक के कर्मचारियों ने ही चूना लगा दिया। मामला एक-दो लाख का नहीं, पूरे 40 लाख रुपए की ठगी का है। पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर विवेचना में ले लिया है। दोनों आरोपी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
कैसे हुई ठगी?
पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार निजी बैंक का कर्मचारी बताने वाले वरुण मिश्रा से शिक्षक गुलाब सिंह हलवाई की जान पहचान थी। इस नाते वह उनके घर आता जाता था। उसने निजी बैंक में उनका अकाउंट खुलवा दिया। बीते वर्ष वह घर आया और बैंक की फायदेमंद स्कीम बताते हुए कुछ राशि एफडी कराने को कहा। झांसे में आकर उन्होंने 20 हजार, 50 हजार व कुछ और रकम किश्तों में कई बार दे दी। वरुण ने राशि के साथ आधार कार्ड व अन्य दस्तावेजों की जानकारी ले ली।
कुछ दिनों बाद वह अपने साथी अमित कुमार गौतम के साथ फिर घर आया और फिर से बैंक की स्कीम बताई। चूंकि वह दोनों परिवार के साथ घुलमिल चुके थे, इसलिए उन्होंने जो दस्तावेज मांगे गुलाब हवाई वह देते चले गए। दोनों ने उनका फोन पे चालू कराया। बैंक का एटीएम सहित नेटबैंकिंग भी बनवा लिया।
जमा रसीद के नाम पर की टालमटोल
शिक्षक जब जमा आदि की रसीद मांगते तो बाद में दे देंगे का बहाना बनाते रहे। कुछ समय बाद शिक्षक जब बैंक गए तो पता चला कि उनके खाते से लगभग 40 लाख रुपए निकाले जा चुके हैं। तब उन्हें अहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हो चुकी है। बैंक गए तो पता चला कि दोनों कर्मचारी बैंक नहीं आ रहे हैं, जिसके बाद शिक्षक ने शिकायत दर्ज कराई।
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