देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी की पौत्री अंजली मिश्रा अपने करियर के पहले चुनाव के लिए उत्तरप्रदेश की श्रावस्ती लोकसभा सीट से भर सकती हैं पर्चा, जिसके लिए शीर्ष नेतृत्व के आदेश पर पिछले पांच साल से श्रावस्ती क्षेत्र में पूरी तरह सक्रिय होकर कर रही हैं ज़मीन तैयार !
श्रावस्ती लोकसभा सीट ही क्यों हो सकता है अंजली मिश्रा का पहला लोकसभा क्षेत्र ?
बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर अंजली मिश्रा पिछले पांच साल से क्षेत्र में पूरी तरह से सक्रिय हैं और ज़मीनी स्तर पर जाकर लोगों से सीधा संवाद स्थापित करके अपनी ज़मीन तैयार कर रही हैं और इसी सिलसिले में उन्होंने बीते दिनों कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को टैग करके उनके किसानों के साथ धान रोपने वाले ट्वीट का जवाब देकर कहा है कि इसमें कौनसी बड़ी बात है ये तो कोई भी कर सकता है लेकिन किसान एक दिन नहीं 365 दिन काम करते हैं और कांग्रेस को जनता को जवाब देना चाहिए कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है वहां के किसानों के लिए कांग्रेस पार्टी ने कुछ भी क्यों नहीं किया है !कौन बड़ी बात है ?
— Anjali Mishra🇮🇳 (@MishraAnjaliBJP) July 16, 2023
पोज़ तो हम भी दे सकते हैं !
5 साल अटल जी और 9 साल मोदी जी के 70 सालों पर भारी
इसीलिए हुई है आज यह हालात तुम्हारी ! @RahulGandhi pic.twitter.com/D6qkQAQOkw
अटल जी से जुडा इमोशनल फैक्टर भी दिला सकता है जीत –
लोगों का कहना है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी जी भी पहली बार बलरामपुर से ही चुनाव लादे थे इसलिए उस क्षेत्र के लोगों के लिए उनकी पौत्री अंजली मिश्रा के लिए एक भावनात्मक रिश्ता भी जीत की वजह बन सकता है !श्रावस्ती लोकसभा सीट का अब तक का इतिहास –
2008 में पहली बार श्रावस्ती सीट की शुरुआत हुई जहां पर 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दद्दन मिश्रा ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अतीक अहमद को 1 लाख से भी ज्यादा के वोट अंतर से हराया था और जीत हासिल की थी लेकिन वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दद्दन मिश्रा को बहुजन समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार राम शिरोमणि शर्मा ने 5000 वोटों से हराकर सीट अपने नाम करली थी !Read More: अनजाने में भारत-पाक बॉर्डर को पार करने वाले पाकिस्तानी ‘बजरंगी भाईजान’ को ‘BSF’ ने वापस लौटाया !
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