3 मई को शुरू हुई दो जातीय समूह में झड़प से मणिपुर आज तक हिंसा से पस्त है, और लगभग 2 महीने से ज्यादा समय से ये माहौल बरक़रार है जिसकी वजह से राज्य में सभी इन्टरनेट सेवाएं बंद हैं !
अब कैसे हालात हैं मणिपुर में ?
मणिपुर राज्य में पहली बार 3 मई को दो जातीय समूह मेयती और कुकी समुदाय के लोगों के बीच आपसी झड़प हुई जिसमें अब तक करीब 150 लोगों की जान जा चुकी है और सेंकडों लोग घायल हैं, इस झड़प में हुई हिंसा से कई लोग बेघर हो चुके हैं और कईयों की जिंदगी भर की कमाई उनका मकान, दुकान सब जल कर ख़ाक हो चुका है और इसके बाद भी हर रोज़ ऐसी ख़बरें लगातार आ रही हैं जिनमें आगजनी, तोड़-फोड़, मार-काट, और तमाम अप्रिय दृश्य सामने आ रहे हैं !सुप्रीम कोर्ट ने दोनों जातीय समूहों को अदालती कार्यवाही के दौरान संयम बरतने की सलाह दी है
दो महीने बीतने के बाद भी जातीय समूहों का एक-दूसरे के लिए गुस्सा और हिंसा कम होने का नाम नहीं ले रही है बीते दिन खबर आई कि इम्फाल पश्चिम जिले में भीड़ ने दो वाहनों को जलाकर खाक कर दिया और वहीँ पश्चिम जिले में लगभग 200 लोगों की उग्र भीड़ ने आपस में गोलीबारी और आगजनी की वहीँ मौके पर पहुंची पुलिस के बीच बिचाव करते वक़्त लोगों ने पुलिस से भी उनके हथियार छीनने की कोशिश की ! इन सब घटनाओं को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुझाव दिया है कि जब तक अदालती कार्यवाही हो रही है तब तक संयम बरतें साथ ही! साथ ही इन्टरनेट सेवाओं को बहाल करने की याचिका को ख़ारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि यह निर्णय केंद्र और राज्य सरकारों का है, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का इस्तेमाल मंच से ना किया जाए!Read More: NCP पार्टी के टूटने से मेरा कोई लेना-देना नहीं है : छगन भुजबल !
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