भारत के पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव हो रहे हैं जिसमें बिपक्ष ने 15 लोगों के मारे जाने की बात कही है और बताया है कि ये चुनाव नहीं मज़ाक है इसलिए हम राष्ट्रपति शासन की मांग करते हैं, पुलिस प्रशासन की बताई सांट-गांठ!
केन्द्रीय सुरक्षा बलों की पूरी चाक-चौबंद तैयारी और कड़ी तैनाती के बावजूद हुई हिंसा
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव चल रहे हैं जिसमें राज्य और केंद्र की तमाम सुरक्षा टुकड़ियों की कड़ी तैनाती और पूरी तैयारियों के बाद भी हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं जिसमें अब तक 9 लोगों के मारे जाने की खबर है वहीं भाजपा के नेता सुबेंदु अधिकारी ने ये संख्या 15 बताई है
पंचायत चुनाव के दौरान ऐसी बहुत सारी ख़बरें आ रही हैं जिनमें पोलिंग बूथ पर हिंसा होने के साथ ही बमबारी और बैलेट बॉक्स लुटे जाने की ख़बरें हैं और अन्य राजनीतिक दलों के बूथ एजेंट और कार्यकर्ताओं के साथ मार-पीट की भी तस्वीरें आई हैं
क्या हैं पक्ष-बिपक्ष के आरोप-प्रत्यारोप और किसने की राष्ट्रपति शासन की मांग ?
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के बिपक्ष नेता सुबेंदु अधिकारी से जब मीडिया ने बात की तो अधिकारी ने बताया कि यहाँ राज्यपाल ने गलत नियुक्ति की है, और ममता बनर्जी की TMC पार्टी के गुंडों दोपहर होने तक 15 लोगों को मार डाला है उन सभी लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने के लिए हम केंद्र से मांग करते हैं क्यूंकि भारतीय जनता पार्टी संविधान की संरक्षक है और इसी के साथ हम राज्य में हाल की परिस्तिथि देखते हुए राष्ट्रपति शासन की मांग करते हैं!
पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में बिपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मरने वालों की संख्या 26 बताई और ममता बनर्जी एवं उनकी पार्टी TMC पर भी कई आरोप लगाए हैं जिसमें पुलिस प्रशासन और सत्ताधारी पार्टी की भी सांट-गांठ की बात कही और पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव को लूट-खसोट का पर्यायवाची बताया!
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