सतना में डॉक्टर्स ने एक तोते के ट्यूमर की सफलतापूर्वक सर्जरी की और उसकी जान बचाई। पशु चिकित्सालय में पदस्थ डॉक्टर्स के अनुसार क्षेत्र में किसी पक्षी की सफल सर्जरी का यह संभवतः पहला और अनोखा मामला है। पशु चिकित्सालय द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि 20 साल के बेटू नाम के एक तोते की सर्जरी की गई। तोते का वजन 98 ग्राम है।
सतना में डॉक्टर्स ने एक तोते के ट्यूमर की सफलतापूर्वक सर्जरी की और उसकी जान बचाई। पशु चिकित्सालय में पदस्थ डॉक्टर्स के अनुसार क्षेत्र में किसी पक्षी की सफल सर्जरी का यह संभवतः पहला और अनोखा मामला है। पशु चिकित्सालय द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि 20 साल के बेटू नाम के एक तोते की सर्जरी की गई। तोते का वजन 98 ग्राम है।
गले से 20 ग्राम का ट्यूमर निकाला
पशु चिकित्सक डॉ बृहस्पति भारती और डॉ बालेन्द्र सिंह ने अपनी टीम के साथ उसके गले से 20 ग्राम का ट्यूमर निकाला है। जारी प्रेस नोट की माने तो मुख्त्यारगंज निवासी चंद्रभान विश्वकर्मा 20 साल पहले एक तोता घर लाए थे। उन्होंने उसे बेटू नाम दिया और अपने परिवार के सदस्य की तरह उसका पालन-पोषण किया।
बेटू नामक तोते की तबीयत ठीक नहीं रहती थी
पिछले कई महीने से बेटू नामक तोते की तबीयत ठीक नहीं रहती थी। उसने बोलना और खाना-पीना भी कम कर दिया।इसके बाद चंद्रभान उसे वेटनरी हॉस्पिटल ले गए। डॉक्टरों ने जांच की तो पता चला कि बेटू (तोता) के गले में ट्यूमर है। ट्यूमर गर्दन से दाहिनी आंख की ओर बढ़ रहा था। डॉक्टरों ने सलाह दी कि ट्यूमर को निकालने के लिए सर्जरी करनी पड़ेगी।
बेटू को बाकायदा पशु चिकित्सालय में भर्ती किया गया
चंद्रभान इसके लिए तैयार हो गए।बेटू को बाकायदा पशु चिकित्सालय में भर्ती किया गया। डॉक्टरों की टीम ने सर्जरी शुरू की। लगभग 2 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद बेटू की गर्दन से 20 ग्राम का ट्यूमर निकाला गया। उसे जरूरी दवाएं दी गईं और चंद्रभान को बताया गया कि उसकी देखरेख कैसे करनी है। ट्यूमर को आगे की जांच के लिए पशु चिकित्सालय रीवा भेज दिया गया है।पशु चिकित्सक डॉ बालेंद्र सिंह ने बताया कि ऑपरेशन के बाद तोता पूरी तरह से स्वस्थ है। वह अब खाना भी खाने लगा है।
← Back to Trending News
Comments (0)