प्रयागराज में संगम तट पर माघ मेला 3 जनवरी 2026 से 15 फरवरी तक चलेगा। इस बार मेला क्षेत्र 800 हेक्टेयर रहेगा।
संगम तट पर लगने वाले माघ मेला-2026 की तैयारियों की सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को समीक्षा की। योगी ने प्रमुख स्नान पर्वों पर किसी भी प्रकार का वीआईपी प्रोटोकॉल न देने के निर्देश गृह विभाग को दिए। उन्होंने इस संबंध में आवश्यक सूचना समय से जारी करने के लिए भी कहा। सीएम ने कहा कि माघ मेला केवल आस्था का आयोजन नहीं, बल्कि भारत की सनातन परंपरा, सामाजिक अनुशासन और प्रशासनिक दक्षता का सजीव उदाहरण है। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित, स्वच्छ और सुव्यवस्थित वातावरण उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
15 से 20 लाख कल्पवासी
सीएम योगी ने कहा कि संगम पर कल्पवास, स्नान और साधना की परंपरा भारतीय सांस्कृतिक चेतना की आत्मा है। इस साल 15 से 25 लाख श्रद्धालु केवल कल्पवासी होंगे। महाकुंभ के सफल और सुव्यवस्थित आयोजन के बाद माघ मेला-2026 को लेकर देश-दुनिया में विशेष उत्साह है। यह मेला समाज को संयम, समरसता और सेवा का संदेश देता है।
31 दिसंबर तक तैयारिया पूरी करने का निर्देश
सीएम ने माघ मेले से जुड़े सभी विभागों के प्रमुख सचिव-सचिव स्तर के अधिकारियों और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) को स्वयं मेला क्षेत्र में जाकर तैयारियों की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने 31 दिसंबर तक सभी व्यवस्थाएं पूरी करने के निर्देश दिए हैं।
3 जनवरी से 15 फरवरी तक चलेगा माघ मेला
बैठक में मंडलायुक्त प्रयागराज ने बताया कि माघ मेला का आयोजन 3 जनवरी से 15 फरवरी 2026 तक कुल 44 दिनों तक होगा। इस दौरान पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि जैसे प्रमुख स्नान पर्व पड़ेंगे। पूरे मेला काल में 12 से 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। जबकि मौनी अमावस्या जैसे प्रमुख पर्व पर एक ही दिन में साढ़े तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम स्नान की संभावना को देखते हुए व्यवस्थाए उसी अनुरूप की जा रही हैं।
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