अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनियों ने तेजी से अपने कर्ज को कम करने की दिशा में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। रिलायंस पावर की सब्सिडियरी रोजा पावर ने सिंगापुर के लेंडर वर्डे पार्टनर्स को 850 करोड़ रुपए का कर्ज समय से पहले चुका दिया है। यह कदम रोजा पावर को कर्ज मुक्त बनने के लक्ष्य की ओर तेजी से अग्रसर कर रहा है। कंपनी का उद्देश्य है कि अगली तिमाही में शेष कर्ज का निपटान करके इस वित्तीय वर्ष के अंत तक पूरी तरह कर्ज मुक्त हो जाए। रिलायंस पावर का शेयर आज लगातार सातवें सत्र में बाजार खुलते ही अपर सर्किट में चला गया।
रोजा पावर की प्रगति
रोजा पावर जो उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के पास 1,200 मेगावाट का कोयला आधारित थर्मल पावर प्लांट संचालित करती है पर केवल वर्डे पार्टनर्स का कर्ज था, जिसे समय से पहले चुकाया गया। इसके साथ ही रिलायंस पावर ने 600 करोड़ रुपए के प्रीफेरेंशियल इश्यू को मंजूरी दी है, जिसमें प्रमुख योगदान रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर से होगा। इसके अतिरिक्त, 900 करोड़ रुपए का निवेश ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और सनातन फाइनेंशियल एडवाइजरी सर्विसेज द्वारा किया जाएगा।रिलायंस पावर की नेटवर्थ में वृद्धि
प्रीफेरेंशियल इश्यू के जरिए कंपनी की नेटवर्थ 11,155 करोड़ रुपए से बढ़कर 12,680 करोड़ रुपए से अधिक होने की संभावना है। इस वित्तीय मजबूती से कंपनी को भविष्य में और बेहतर स्थिति में आने में मदद मिलेगी।
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