मशहूर बाल कलाकार के तौर पर जानने वाले महमूद उर्फ नईम सैय्यद अब इस दुनिया में नहीं रहे। गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात 2.00 के करीब जूनियर महमूद का निधन हो गया। 67 साल के जूनियर महमूद पिछले कुछ सालों से पेट के कैंसर से जूझ रहे थे, मगर कुछ दिन पहले ही उन्हें इस बीमारी का पता चला था।
कैंसर से जूढ रहे थे जूनियर महमूद
जूनियर महमूद के बेटे हसनेन ने मीडिया को बताया कि, 18 दिनों पहले ही उनके पापा को पेट के कैंसर (लास्ट स्टेज) होने की जानकारी मिली थी। देश के सबसे बड़े कैंसर अस्पताल टाटा मेमोमरिल अस्पताल के डीन ने बताया कि अब उनके जिंदगी के महज दो ही महीने बचे हैं और ऐसे में उन्हें अस्पताल में रखना ठीक नहीं होगा। अब एक्टर दुनिया में नहीं हैं और आज दोपहर को जुम्मे की नमाज के बाद उन्हें सुपर्द-ए-खाक किया जाएगा।
60 और 70 के दशक में ढेरों फिल्में की
जूनियर महमूद ने 60 और 70 के दशक में ढेरों फिल्मों में अपने दौर के बड़े बड़े कलाकारों के साथ कर एक बाल कलाकार के तौर पर काम कर अपनी अलग पहचान बनाई थी। बाद में वयस्क कलाकर के तौर पर भी उन्होंने ढेरों हिंदी और मराठी फिल्मों में काम किया था। नौनीहाल, मोहब्बत जिंदगी है, संघर्ष, ब्रह्मचारी, फरिश्ता, हकटी पतंग, अनजाना, दो रास्ते, यादगार, आन मिलो सजना, जैसी तमाम फिल्मों और कुछ टीवी शोज में भी काम किया था।
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