अभिनेत्री श्रद्धा कपूर के बारे में मशहूर है कि वह बेहद ठंडे दिमाग से हर काम करना पसंद करती हैं। उनकी इस सोच के चलते ही उनका फिल्म कैरियर एक ही जगह कायम है। उनके स्टारडम का भी कुछ ऐसा ही हाल है। कई विपरीत परिस्थितियों में दर्शकों के बीच उनका क्रेज बदस्तूर बना हुआ है। अब अपनी नयी फिल्म ‘स्त्री-2’ के संदर्भ में वह एक बार वह फिर चर्चा में हैं।
4 साल 24 फिल्में
अपने कैरियर के शुरू से ही श्रद्धा बड़े आराम से साल तीन में एक फिल्म करती हैं। अब जैसे कि ‘तू झूठी मैं मक्कार’ के लगभग तीन साल बाद उनकी फिल्म ‘स्त्री-2’ रिलीज हुई है। बिना संदेह इनमें से ज्यादातर फिल्मों में उन पर परफोर्मेन्स का दबाव नजर आता है। वह अपने काम को एंज्वॉय करती हैं। हालांकि उन्होंने काम को अपनी जिंदगी की दूसरी बातों से हमेशा दूर रखा है। अब जैसे कि उनका भाई सिद्धांत क्या कर रहा है, इस बारे में कोई चर्चा करना वह गैरजरूरी समझती हैं। अपनी शादी की किसी भी तरह की गॉसिपिंग पर उन्होंने हमेशा कुछ न बोलना ही ठीक समझा। इस नीति के चलते ही उन्होंने कैरियर के 14 साल में मात्र 25 फिल्में की हैं।
प्रचार से दूर
फिल्म ‘तू झूठी मैं मक्कार’ के बाद अभिनेत्री श्रद्धा कपूर काफी दिनों तक शांत थी। अब ‘स्त्री-2’ के बाद से फिर से माध्यमों में उनका नाम काफी आ रहा है। पर हमेशा की तरह अपनी फिल्मी और गैर फिल्मी गतिविधियों के बारे में कुछ चर्चा करना वह बेमानी समझती हैं। उन्हें फिल्मों से ज्यादा दूसरी गतिविधियों में व्यस्त देखा जाता है। सुनने को मिल रहा है कि वह साउथ की अगली कोई फिल्म करेंगी। वह इंडोर्समेंट को लेकर ज्यादा व्यस्त रहती हैं। वहीं अपने इस तरीके को बदलना भी नहीं चाहती हैं।
शांत स्वभाव की धनी
अभिनेत्री श्रद्धा कपूर के स्वभाव में गंभीरता के साथ एक बिंदासपन साफ झलकता है। किसी भी तरह की बात को लेकर उन्हें कभी कोई जल्दबाजी करते हुए नहीं देखा गया। यही वजह है,अक्सर किसी नई फिल्म में उनके काम करने की बात सुनने को मिलती है। मगर उनकी ओर से कोई घोषणा फिलहाल सुनने को नहीं मिलती है। अपने कैरियर को लेकर उनका कोई भी कदम बहुत जल्द फाइनल नहीं होता है। न ही इस मामले में किसी का कोई हस्तक्षेप उन्हें पसंद है।
मेकअप से दूरी
उन्होंने एक बार कहा था कि बनावटी चेहरे के साथ नजर आना उन्हें कहीं भी पसंद नहीं है। फिर उन्होनें इस बात को पूरी की थी, ‘ऐसा सिर्फ शूटिंग के समय ही नहीं करना पड़ता, विभिन्न पार्टी या फंक्शन में जाने पर भी करना होता है। फिर भी मैं ज्यादा मेकअप से बचती हूं।’ उन्हें अपने बालों से गहरा लगाव है। वह कहती हैं,‘ मेरे बाल हमेशा ही लंबे रहे हैं। मेरे बालों का ख्याल भी मेरी मां ही रखती हैं।’
समुद्र पर घूमने का लुत्फ
कभी वह जुहू चौपाटी में घूम आती थीं,पर अब ऐसा संभव नहीं होता है। इसलिए भीड़ से बचने के लिए वह अब मालदीव ,मॉरीशस व गोवा आदि जगहों पर जाकर अपना यह शौक पूरा कर लेती हैं।’
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