प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है,ऐसे में बाढ़ के पानी और जलभराव के कारण कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगा है. इसमें आई फ्लू के मामले सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में आई फ्लू का खतरा मडराने लगा है और बड़ी संख्या में लोग आई फ्लू से संक्रमित हो रहे हैं वहीं यह बीमारी बच्चों में ज्यादातर बच्चों में देखने को मिल रही है तो चालिए आज हम आपको बताते है कि इस बीमारी के क्या लक्षण है। और इससे अपना और अपने बच्चों का बचाव कैसे किया जाए
आई कॉन्टैक्ट से नहीं फैलती ये बीमारी
एक डॉक्टर्स के मुताबिक वैसे तो यह बीमारी कोई जानलेवा संक्रमण नहीं है. बावजुद इसके यह आंखों को नुकसान पहुंचाता है, इसलिए लोगों को इसे सीरियसली लेना चाहिए। हालांकि ज्यादातर लोग मानते हैं कि यह बीमारी आई कॉन्टैक्ट करने से फैलती है। जबकि डॉक्टर का कहना है कि ये न तो हवा के जरिए फैलती है,और ना ही आई कॉन्टैक्ट करने से फैलती है। वहीं बीमारी तब फैलती है जब प्रभावित व्यक्ति की चीजों का इस्तेमाल कोई दूसरा व्यक्ति करता हैं।आई फ्लू के लक्षण
आई फ्लू से पीड़ित व्यक्ति की आंखों का सफेद हिस्सा पूरी तरह से गुलाबी और लाल हो जाता है। आंखों में खुजली और दर्द जैसी समस्या होती है. आंखो से लगातार पानी निकलता है।बावजुद इसके कभी-कभार विज़न भी ब्लर हो जाता है आंखें सूज जाती है, हालांकि इस बीमारी का आंखों की रोशनी पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है।बचाव कैसे करें
- साफ-सफाई का ध्यान रखें
- हाथ बार-बार धोएं
- बार-बार आंखों को न छुएं
- किसी को तौलिए, बिस्तर ना दें
- कॉन्टैक्ट लेंस से बचें
- कोई भी दवा अपनी मर्जी से ना लें
- स्विमिंग पूल में जाने से बचें
- संक्रमित से दूरी बनाकर रहें
- संक्रमित की किसी भी चीज का इस्तेमाल न करें
Written By: Sanjana Maurya
Read More: प्लास्टिक की बोतल से पानी पीना बन सकता है बड़ा खतरा !
Comments (0)