बारिश अपने साथ कई बीमारियां साथ लेकर आती हैं। बारिश के मौसम में मलेरिया, डेंगू के ज्यादा मामले सामने आते हैं। प्रदेश में अब लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। तेजी से फैल रहे डेंगू ने प्रशासन से लेकर आम जनता की चिंता बढ़ा दी हैं। डेंगू का डंक लोगों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है।
डेंगू का डंक लोगों को कर रहा बीमार
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल शहर में डेंगू ने एक बार फिर पांव पसारना शुरू कर दिया है। बता दें कि, डेंगू के मामले शहर के अनेक हिस्सों से सामने आए हैं। यहां अगस्त की शुरुआत में ही डेंगू के मरीजों की संख्या 117 तक पहुंच गई।मलेरिया विभाग के अधिकारियों का कहना-
वहीं राजधानी भोपाल शहर में मरीजों की बढ़ती संख्या से एक बार फिर मलेरिया विभाग की चिंता बढ़ गई है। मलेरिया विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि, हमारी टीमें सर्वे कर रही हैं। हमारी टीमें डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों से बचाव के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।डेंगू के लक्षण इस प्रकार है-
अगर डेंगू के लक्षण के बारे में बात करे, तो डेंगू बुखार के लक्षण संक्रमित मच्छर के काटने के 4 से 7 दिनों के भीतर नजर आ सकते हैं। जैसे, अचानक तेज बुखार आ जाना, सिर में आगे की और तेज दर्द होना, आंखों के पीछे दर्द और आंखों के हिलने से दर्द होना, मांसपेशियों (बदन) व जोडों में दर्द होना,मच्छर जनित बीमारियों से बचने के उपाय इस प्रकार
1. नीम का पेड़ - नीम के पेड़ में अनेक बीमारियों की दवा होती हैं। नीम के पेड़ की पत्तियों को उबाल कर उसके पानी को छिड़कने से मच्छर,मख्खी व कीट नहीं आते।
2.मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए सोते समय आप हमेशा मच्छरदानी का उपयोग अवश्य करें।
3. पूरी बांह के हल्के रंग के कपड़े पहने, खिड़की और दरवाजे पर मच्छरजाली लगाएं
4. मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए आप शीशी, टूटे-फूटे बर्तनों, गमले, पुराने टायर आदि में पानी जमा ना होने दें।
5. इस्तेमाल के पानी को हमेशा एयर टाइट ढक्कन से अथवा कपड़े से ढक कर रखे।
6. घर में पानी में लगाने वाले पौधे जैसे मनीप्लांट, कमल आदि न लगाए।
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