मधुमेह रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह स्थिति रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि के कारण होती है। मधुमेह के लक्षणों में सांस की तकलीफ, बार-बार पेशाब आना, मतली और बिगड़ा हुआ दृष्टि शामिल हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ध्यान न देने के कारण यह बीमारी तेजी से खतरनाक होती जा रही है। मधुमेह एक लाइलाज बीमारी है। इसका पूरी तरह से इलाज संभव नहीं है।
रक्त शर्करा के स्तर को दवा लेने, मीठे खाद्य पदार्थों से परहेज करने और नियमित व्यायाम करने से नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा, रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद के लिए नियमित रूप से वज्रासन (Vajrasana) का अभ्यास करें। वज्रासन (Vajrasana) कई तरह की बीमारियों से निजात दिलाने में मददगार साबित हुआ है।
नियमित रूप से करें Vajrasana
वज्र मुद्रा में योग करना वज्रासन (Vajrasana) कहलाता है। वज्र शब्द संस्कृत से आया है। इसकी शाब्दिक परिभाषा कठोर और शक्तिशाली होना है। यह योगाभ्यास शरीर की ऊर्जा के संग्रह और संगठन में सहायता करता है। इस योग के अभ्यास से शुगर कंट्रोल में रहती है। योग विशेषज्ञों के अनुसार वज्रासन करने से लीवर सक्रिय होता है। इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को रोजाना वज्रासन जरूर करना चाहिए। वज्रासन योग करने में बेहद सरल है। इसे किसी भी समय भी किया जा सकता है।
जानिए Vajrasana करने का सही तरीका
शुरू करने के लिए, एक समतल सतह पर एक चटाई बिछाएं। घुटने को मोड़ें और अब सही तरीके से बैठ जाएं। धड़ को सीधा रखते हुए दोनों हाथों को घुटने के सामने रखें। अपनी आंखें बंद करें और धीरे-धीरे एक लंबी गहरी सांस अंदर लें और बाहर छोड़ें। इस योग का दैनिक अभ्यास रक्त शर्करा के नियंत्रण में सहायता करता है।
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