बढ़ती उम्र में वक्त के साथ त्वचा में बदलाव आना बहुत स्वाभाविक है। त्वचा से ग्लो, लचीलापन, चमक खो-सी जाती है और चेहरे पर झुर्रियां आ जाती हैं। यह मूलतः कोलेजन प्रोटीन की कमी के कारण होता है। हमारी त्वचा का 70 प्रतिशत भाग कोलेजन प्रोटीन होता है। यह त्वचा के सेल्स में कसावट लाने वाला प्रोटीन है जिसकी वजह से हमारी त्वचा पर सालों तक झुर्रियां नहीं आती और हम अपनी त्वचा को जवान रख सकते हैं।
सन एक्सपोजर
हमारी त्वचा में मौजूद कोलेजन सूरज की अल्ट्रा वायलेट किरणों से बहुत जल्दी नष्ट होता है। जिसकी वजह से सनबर्न, टैनिंग और यहां तक कि त्वचा का कैंसर भी हो सकता है।
गलत खानपान
हम जो खाते हैं वह हमारे शरीर ही नहीं, त्वचा को भी प्रभावित करता है। असंतुलित आहार- जंक फूड, फास्ट फूड, प्रोसेस्ड फूड,जरूरत से ज्यादा चीनी, ऑयली फूड का सेवन कोलेजन को नुकसान पहुंचाते हैं जिससे हमारी त्वचा पर बढ़ती उम्र का असर देखने को मिलता है।
जीवनशैली का असर
हमारी जीवनशैली काफी खराब हो गई है जिसका असर हमारी त्वचा पर भी पड़ता है। स्मोकिंग, एल्कोहल या दूसरे नशीले पदार्थ और वातावरण में मौजूद प्रदूषण हमारे शरीर में मौजूद कोलेजन को नष्ट करता है जिसकी वजह से त्वचा पर बुढ़ापे का असर देखा जा सकता है।
ऐसे बूस्ट करें कोलेजन
हालांकि बाजार में तरह-तरह की एंटी-रिंकल क्रीम या मॉश्चराइजर मिलते हैं, लेकिन सटीक प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं कि इनसे कोलेजन की आपूर्ति होती हैं। अक्सर लोग दूसरों की देखा देखी या बाजार में मिलने वाले ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने लग जाते हैं। लेकिन अक्सर उनसे ज्यादा फायदा नहीं मिलता। बजाय इनके रोजाना नियमित रूप से कोलेजन युक्त खाद्य पदार्थ और सप्लीमेंट लेना अधिक फायदेमंद है।
पौष्टिक तत्वों से भरपूर आहार
त्वचा रोग विशेषज्ञ कोलेजन को बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा संतुलित, प्रोटीन और एंटी ऑक्सीडेंट युक्त आहार का सेवन करने पर बल देते हैं। जिसके माध्यम से व्यक्ति त्वचा में मौजूद कोलेजन की क्षति को रोक सकते हैं। दूध और दूध से बने पदार्थ भी लाभदायक हैं। विटामिन सी और डी का सेवन कोलेजन के निर्माण में सहायक है। विटामिन सी संतरा, मौसमी, आंवला, कीवी, स्ट्राबेरी,नींबू सेवन से मिलता है। गाजर, संतरा, पपीता, चुकंदर, शकरकंद में मिलने वाले विटामिन ए मौजूद केरोटीन कोलेजन बढ़ाता है। आहार में मिनरल्स की मात्रा भी कोलेजन के निर्माण में सहायक है
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