कांग्रेस नेता एवं सांसद शशि थरूर ने कहा है कि पहलगाम हमलों के बाद अब एक नया मानदंड बनने जा रहा है कि पाकिस्तान में बैठे किसी भी व्यक्ति को यह मानने की इजाजत नहीं दी जाएगी कि वह सीमा पार करके भारतीय नागरिकों की हत्या करेगा और उसे कोई दंड नहीं मिलेगा। थरूर ने कहा कि ऐसा करने वालों को ‘‘इसकी कीमत चुकानी'' होगी। आतंकवाद के खिलाफ भारत के संकल्प को व्यक्त करने तथा आतंकवाद के साथ पाकिस्तान के संबंधों को रेखांकित करने के लिए थरूर के नेतृत्व में भारतीय सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल गुयाना, पनामा, कोलंबिया, ब्राजील और अमेरिका की यात्रा पर है। थरूर ने शनिवार को यहां भारतीय-अमेरिकी समुदाय के प्रमुख सदस्यों और प्रमुख मीडिया संस्थानों एवं ‘थिंक टैंक' के लोगों के एक चुनिंदा समूह से कहा कि पाकिस्तान के लिए भारत का संदेश स्पष्ट है: ‘‘हम कुछ भी शुरू नहीं करना चाहते थे।''
उन्होंने कहा, ‘‘हम आतंकवादियों को केवल एक संदेश भेज रहे थे। आपने शुरू किया, हमने जवाब दिया। यदि आप रुकेंगे, तो हम रुकेंगे। और वे रुक गए। संघर्ष 88 घंटे तक चला। मुड़कर देखने पर हमें बहुत निराशा होती है क्योंकि ऐसा बिलकुल भी नहीं होना चाहिए था। लोगों की जान चली गई। साथ ही, हम इस अनुभव को दृढ़ संकल्प की नयी भावना के साथ भी देखते हैं।'' थरूर ने कहा, ‘‘अब एक नया मानदंड बनने जा रहा है। पाकिस्तान में बैठे किसी भी व्यक्ति को यह मानने की अनुमति नहीं दी जाएगी कि वह सीमा पार करके हमारे नागरिकों की हत्या कर सकता है और उसे कोई दंड नहीं दिया जाएगा। इसकी कीमत चुकानी होगी और यह कीमत व्यवस्थित रूप से बढ़ती जा रही है।'' उन्होंने कहा कि भारत ने अपने कुछ पड़ोसियों से बहुत अलग विमर्श पर ध्यान केंद्रित किया है।
थरूर ने कहा कि ‘‘पिछले कुछ वर्षों से हमारा ध्यान विश्व में सबसे तेजी से विकसित होने वाला मुक्त बाजार लोकतंत्र बनने पर रहा है, हम अपनी अर्थव्यवस्था के विकास पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास कर रहे हैं, हम प्रौद्योगिकी और प्रौद्योगिकीय विकास पर अधिक जोर दे रहे हैं तथा बड़ी संख्या में लोगों को गरीबी रेखा से नीचे से निकालकर'' उन्हें सिर्फ 21वीं सदी में ही नहीं, बल्कि 21वीं सदी द्वारा प्रस्तुत अवसरों एवं दुनिया में लाना चाहते चाहते हैं। थरूर ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भयावह हमले के बारे में विस्तार से बात की, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इसकी जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट' नामक आतंकवादी संगठन ने ली थी लेकिन वह बाद में मुकर गया था। उन्होंने उस कायरतापूर्ण तरीके पर प्रकाश डाला जिसमें पर्यटकों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया गया।
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