राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों पर हवाई हमले किए। इसमें 24 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई लाल सागर में जहाजों पर हो रहे हमलों के विरोध में की गई। ट्रंप ने अपने अधिकारियों को यमन की राजधानी सना पर हवाई हमले करने का आदेश दिया था। इसकी जानकारी देते हुए ट्रंप ने वादा किया कि जब तक ईरान समर्थित हूती विद्रोही महत्वपूर्ण समुद्री गलियारे पर जहाजों पर हमले बंद नहीं कर देते, तब तक वे "अत्यधिक घातक बल" का प्रयोग करेंगे।
ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "हमारे बहादुर युद्धक अभी अमेरिकीशिपिंग, वायु और नौसैनिक संपत्तियों की रक्षा करने और नौवहन स्वतंत्रता कोबहाल करने के लिए आतंकवादियों के ठिकानों, नेताओं और मिसाइल सुरक्षा पर हवाई हमले कर रहे हैं।"
ट्रंप ने कहा, "कोई भी आतंकवादी ताकत अमेरिकी वाणिज्यिक और नौसैनिक जहाजों को विश्व के जलमार्गों पर स्वतंत्र रूप से चलने से नहीं रोक पाएगी।" उन्होंने ईरान को विद्रोही समूह का समर्थन बंद करने की चेतावनी भी दी, तथा वादा किया कि वह अपने प्रतिनिधि के कार्यों के लिए ईरान को “पूरी तरह से जवाबदेह” ठहराएंगे।
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