दुनिया के ऊपर एक बार फिर कोविड-19 जैसी महामारी का खतरा मंडराने लगा है। इस बार भी खतरे की शुरुआत चीन से ही हुई है। चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के शोधकर्ताओं ने बताया है कि उन्होंने चमगादड़ों में एक नए कोरोना वायरस की खोज की है। यह कोविड-19 के वायरस के तरीके का ही इस्तेमाल करके कोशिकाओं में प्रवेश करता है। चीनी शोधकर्ताओं ने बताया है कि नया चमगादड़ कोरोना वायरस इस संभावना को बढ़ा दिया है कि यह इंसानों में फैल सकता है।
वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
बैटवुमन के नाम से मशहूर वैज्ञानिक शी झेंगली ने इस शोध का नेतृत्व किया था। झेंगली ने बैट कोरोनावायरस पर व्यापक शोध किया है। हालांकि, वैज्ञानिकों ने मानव कोशिकाओं को संक्रमित करने के वायरस के खतरे के बारे में चेतावनी दी है, लेकिन राहत की बात है कि नए बैट कोरोना वायरस का संक्रमण खतरा कोविड-19 महामारी की तुलना में काफी कम है।
क्या है HKu5-CoV-2 वायरस?
यह नया खोजा गया बैट वायरस मनुष्यों और अन्य स्तनधारियों के शरीर में पाए जाने वाले प्रोटीन से बंधकर कोशिकाओं को संक्रमित करता है। यह कोरोना वायरस परिवार का करीबी है, जिसे मध्य पूर्व श्वसन सिंड्रोम (MERS) के नाम से भी जाना जाता है। साल 2012 से मई 2024 तक दुनिया भर में लगभग 2600 लोगों में MERS वायरस की पुष्टि हुई। संक्रमित लोगों में से लगभग 36% की मौत हो गई।
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