राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरु गोबिंद सिंह जी के पावन प्रकाश पर्व के अवसर पर देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरु गोबिंद सिंह जी के पावन प्रकाश पर्व के अवसर पर देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी विपरीत परिस्थितियों में भी गरिमा, साहस और आदर्शों के लिए बलिदान के प्रतीक रहे हैं। राष्ट्रपति ने आशा व्यक्त की कि उनके उपदेश मानवता का मार्गदर्शन करते हुए समाज में एकता, करुणा और परस्पर सम्मान की भावना को निरंतर सुदृढ़ करते रहेंगे।
प्रेरणादायी जीवन मूल्य और दूरदर्शिता
राष्ट्रपति मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने संदेश में लिखा कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने अदम्य साहस और विलक्षण दूरदर्शिता के साथ लोगों को धर्मपरायण जीवन जीने की दिशा दिखाई। उन्होंने अपने अनुयायियों को न्याय, आत्मसम्मान और सत्य के आदर्शों की रक्षा के लिए संगठित किया। यही कारण है कि वे अपने से कई गुना अधिक शक्तिशाली विरोधियों के सामने भी दृढ़ संकल्प और निर्भीकता के साथ डटे रहे।
सामाजिक समरसता के प्रतीक
राष्ट्रपति ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी की शिक्षाए केवल एक समुदाय ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनका संदेश प्रेम, समानता और नैतिकता को जीवन का आधार बनाने की सीख देता है। आज के समय में भी उनकी विचारधारा समाज को शांति, सद्भाव और आपसी सम्मान की दिशा में आगे बढ़ने की राह दिखाती है।
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