शुक्रवार को हुई मोदी सरकार की कैबिनेट बैठक में एक बड़ा निर्णय लिया गया। बैठक में दुनिया की सबसे बड़ी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मनरेगा का नाम बदलने को मंज़ूरी दी गई। अब यह योजना ‘पूज्य बापू ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना’ के नाम से जानी जाएगी।
शुक्रवार को हुई मोदी सरकार की कैबिनेट बैठक में एक बड़ा निर्णय लिया गया। बैठक में दुनिया की सबसे बड़ी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मनरेगा का नाम बदलने को मंज़ूरी दी गई। अब यह योजना ‘पूज्य बापू ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना’ के नाम से जानी जाएगी।
मनरेगा क्या है?
मनरेगा योजना की शुरुआत वर्ष 2005 में हुई थी। पहले इसे नेशनल रूरल एम्प्लॉयमेंट गारंटी एक्ट कहा जाता था, बाद में महात्मा गांधी के नाम पर इसे MGNREGA नाम दिया गया। जिसका मकसद ग्रामीण परिवारों को हर साल कम से कम 100 दिनों का रोजगार उपलब्ध कराना है।
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