


Bhopal: गुरुवार को भोपाल में पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से विशेष मुलाकात की। महाजन ने इस मौके पर इंदौर में हुए महिला प्राचार्य को जलाने के जघन्य कांड तथा शहर में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति एवं पब की बढ़ती जा रही अपसंस्कृति पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया।
सीएम को सौंपे दो पत्र
महाजन ने मुख्यमंत्री (Bhopal) विभिन्न विषयों पर एक घंटे तक बातचीत की और दो पत्र सौंपे। एक पत्र में उन्होंने महिला प्राचार्य को जिंदा जलाए जाने वाले प्रकरण को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए ना केवल अपना दुख जताया अपितु पुलिस प्रशासन एवं कालेज संचालकों को भी कटघरे में खड़ा किया।
इंदौर में हुई घटना पर जताई चिंता
सुमित्रा महाजन ने इंदौर में हुई घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना इंदौर की संस्कृति के खिलाफ है तथा मैं इससे इंदौर के मान पर काला धब्बा मानती हूं। पुलिस प्रशासन समय रहते चेत जाता तो शायद यह घटना नहीं होती। मैंने स्वयं जाकर कॉलेज कैंपस का निरीक्षण किया तथा वहां कुछ महत्वपूर्ण बातें भी नोट की। वहां बहुत बड़ा एरिया है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था बिल्कुल नहीं है। बाउंड्री वाल भी टूटी हुई है। सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की जाना चाहिए। शिक्षा के नए संकुल जहां भी खुलें वहां भी नियमों का कठोरता से पालन करवाया जाना जरूरी है।
होस्टल कल्चर पर की चर्चा
उन्होंने आगे कहा कि इस मामले (Bhopal) में पुलिस अधिकारी का सस्पेंशन ही पर्याप्त नहीं है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसलिए समूचे प्रशासन को सचेत रहना होगा। महाजन ने अपने दूसरे पत्र में शिक्षा के बढ़ते प्रसार के साथ बढ़ रहे होस्टल कल्चर पर चर्चा करते हुए कहा कि इसके साथ ही शहर में अपराध भी बढ़ने लगे हैं। युवक-युवतियों में नशे की संस्कृति, पब कल्चर का बढ़ता हुआ चलन शहर में अनायास अपराधों में वृद्धि कर रहा है। अपराध की प्रवृत्ति भी ऐसी है कि ऐसी घटनाएं पहले शहर में कभी नहीं घटी। शहर की संस्कृति प्रदूषित न हो इसलिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने होंगे।
पत्र में लिखी ये बातें
हॉस्टल तथा शिक्षण संचालकों के साथ प्रशासन एवं पुलिस लगातार बैठकें करें। बाहर से आए छात्रों की पूरी डिटेल संस्थानों एवं हॉस्टल संचालकों के पास जरूरी होना चाहिए। बढ़ते हुए कोचिंग क्लासेस पर भी प्रशासन की सख्त निगाह रहना चाहिए ताकि पढ़ने वाले छात्रों के बीच अपराधीनुमा छात्र प्रवेश न कर पाए तथा शहर का वातावरण भयमुक्त एवं शिक्षा के लिए सकारात्मक ही रहे। पब एवं शराब परोसने वाले होटलों को समय सीमा में बंद कराए जाने का काम प्रशासन को सख्ती के साथ करना चाहिए।
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