


गर्मियों में गोंद कतीरा का सेवन शरीर को ठंडक देने और कई स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यह एक प्राकृतिक शीतल पदार्थ है जो पानी में भिगोने पर जैली जैसा हो जाता है। गोंद कतीरा एक प्राकृतिक गोंद है जो Astragalus नामक पौधे की विभिन्न प्रजातियों के तनों से निकलने वाले रस के सूखने पर बनता है। इसे अंग्रेज़ी में Tragacanth Gum कहा जाता है। यह गोंद रंगहीन, स्वादहीन और चिपचिपा होता है, जो पानी में भिगोने पर फूलकर जैली जैसा बन जाता है। गोंद कतीरा का उपयोग आयुर्वेदिक औषधियों, शीतल पेयों, मिठाइयों (जैसे लड्डू और हलवा), और कभी-कभी कॉस्मेटिक उत्पादों में भी किया जाता है।
आइए इसके प्रमुख फायदों पर डालते हैं नजर-
शरीर को ठंडक देता है
गोंद कतीरा की तासीर ठंडी होती है, जिससे यह लू, सिरदर्द और शरीर की गर्मी को कम करने में मदद करता है।
डिहाइड्रेशन से बचाव
यह शरीर में पानी की कमी को दूर करता है और गर्मियों में हाइड्रेटेड रहने में मदद करता है।
पाचन तंत्र को सुधारता है
इसमें मौजूद फाइबर पाचन को बेहतर बनाते हैं और एसिडिटी, कब्ज़ जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
त्वचा के लिए लाभकारी
इसके हाइड्रेटिंग गुण त्वचा को अंदर से नमी देते हैं और सनबर्न या जलन को कम करते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाता है
इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करते हैं।
कमजोरी और थकान में राहत
इसमें फॉलिक एसिड और प्रोटीन होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देते हैं और कमजोरी दूर करते हैं।
वजन घटाने में सहायक
यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है। आमतौर पर इसे रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट लिया जाता है। आप चाहें तो इसमें गुलकंद और सब्जा बीज मिलाकर एक ठंडा और स्वादिष्ट हेल्थ ड्रिंक भी बना सकते हैं।