


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में भारतीय विश्वविद्यालयों के अच्छे प्रदर्शन की सराहना की है। उन्होंने इसे भारत के शिक्षा क्षेत्र के लिए गर्व का क्षण बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह रैंकिंग दिखाती है कि भारत शिक्षा, रिसर्च और इनोवेशन को लगातार बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के पोस्ट को री-पोस्ट करते हुए लिखा,
“क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग हमारे शिक्षा क्षेत्र के लिए अच्छी खबर लेकर आई है। हमारी सरकार रिसर्च और नवाचार को बढ़ाने के लिए पूरी तरह समर्पित है।”
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि इस साल 54 भारतीय विश्वविद्यालय इस रैंकिंग में शामिल हुए हैं, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। साल 2014 में यह संख्या सिर्फ 11 थी। उन्होंने कहा कि यह बदलाव प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और नई शिक्षा नीति (NEP) की वजह से आया है। इस बार की रैंकिंग में IIT दिल्ली भारत का सबसे आगे का संस्थान बना है, जिसकी रैंक 150 से बढ़कर 123 हो गई है। वहीं, IIT बॉम्बे की रैंक इस बार 118 से गिरकर 129 पर आ गई है।
शिक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि पिछले 10 वर्षों में भारत की भागीदारी में 390% की वृद्धि हुई है, जो कि G-20 देशों में सबसे तेज है। इस बार भारत के करीब 48% संस्थानों की रैंकिंग में सुधार हुआ है और 5 संस्थानों ने दुनिया की टॉप 100 लिस्ट में जगह बनाई है।