


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। मुलाकात के बाद अमेरिकी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने भारत का जिक्र किया। ट्रंप ने कहा कि रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर नए टैरिफ लगाने पर विचार करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि वह 'दो या तीन सप्ताहमें' इस मुद्दे पर फिर से विचार कर सकते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'पुतिन के साथ मीटिंग के बाद मुझे लगता है कि टैरिफ को लेकर ज्यादा कुछ अभी सोचने की जरूरत नहीं है। अब मुझे इस बारे में दो या तीन हफ्ते बाद सोचना पड़ेगा'। ट्रंप ने दावा कि भारत पर भारी आयात शुल्क लगाने के उनके फैसले ने रूस को बातचीत की मेज पर आने पर मजबूर किया। उन्होंने कहा कि जब हमने भारत से कहा कि आप रूस से तेल खरीद रहे हैं। यूक्रेन के खिलाफ रूस की मदद कर रहे हैं, हम आपसे इस पर टैरिफ वसूलेंगे तो भारत को रूसी तेल से हाथ धोना पड़ा। इससे रूस ने एक बड़ा ग्राहक खो दिया। इसके बाद पुतिन ने फोन करके मिलने की इच्छा जताई।
भारत ने नहीं लगाई रोक
भारत ने अपनी तेल खरीदने वाली नीति में बदलाव से इनकार किया है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष एएस साहनी ने कहा कि रूस से तेल आयात पर कोई रोक नहीं है। आर्थिक आधार पर खरीदारी जारी रहेगी। वहीं, अमेरिकी टैरिफ नीति को विदेश मंत्रालय ने अनुचित बताया है। भारत पर रूसी तेल खरीदने पर 25 फीसदी टैरिफ 27 अगस्त से लागू होने वाली है, लेकिन माना जा रहा है कि पुतिन से ट्रंप की मुलाकात के बाद टैरिफ लगाने की मियाद आगे बढ़ सकती है।