


राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है। आज शुक्रवार की सुबह पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 207.31 मीटर दर्ज किया गया, जो चेतावनी स्तर 204.50 मीटर और खतरे के निशान 205.33 मीटर से काफी ऊपर है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुताबिक, शुक्रवार रात 8 बजे तक जलस्तर 207.15 मीटर तक पहुंच सकता है और उसके बाद घटने की संभावना है। गौरतलब है कि हथिनीकुंड बैराज से 1,08,232 क्यूसेक, वजीराबाद बैराज से 1,74,150 क्यूसेक और ओखला बैराज से 2,44,478 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बता दें कि जुलाई 2023 में यमुना का सबसे ऊंचा स्तर 208.66 मीटर दर्ज किया गया था।
जलस्तर बढ़ने से निगम बोध घाट पूरी तरह जलमग्न हो गया है। वहां दाह-संस्कार की प्रक्रिया अस्थायी रूप से रोक दी गई है और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) जलनिकासी के काम में जुटा है। घाट पर काम करने वाले कर्मियों का कहना है कि पानी कम होने पर ही अंतिम संस्कार दोबारा शुरू किया जा सकेगा। यमुना बाजार और उसके आसपास भारी जलजमाव से यातायात ठप हो गया है। दिल्ली सचिवालय के पास डबल लाइन सड़क और इंदिरा गांधी स्टेडियम के गेट नंबर 5 की ओर जाने वाली सड़क भी जलमग्न हो गई है।
प्रशासन ने यमुना बाजार, मजनू का टीला, गीता कॉलोनी, मयूर विहार और सिविल लाइंस से अब तक 12,000 से 14,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों यमुना खादर, गीता कॉलोनी और मयूर विहार में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। दिल्ली सरकार और एमसीडी हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं और जलभराव वाले इलाकों में राहत व बचाव कार्य जारी है।