


ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया कि हमने सिंधु जल संधि को सस्पेंड किया। ये कदम इसलिए उठाया क्योंकि पाकिस्तान आतंकी घटनाओं पर लगाम लगाता नहीं दिख रहा। पहलगाम में जिस तरह से आतंकी हमला हुआ वो झकझोर देने वाला था। इस पर नरेंद्र मोदी सरकार ने फैसला लिया कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता। हमने पाकिस्तान को ये स्पष्ट कर दिया और फिर सिंधु जल संधि पर बड़ा फैसला लिया। इसके बाद हमने ऑपरेशन सिंदूर किया, इस ऑपरेशन में हमने जो टारगेट सेट किए उन लक्ष्य को हासिल किया।
कुछ लोग इतिहास से असहज- जयशंकर का विपक्ष पर वार
राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि सिंधु जल संधि कई मायनों में एक अनूठा समझौता है। मैं दुनिया में ऐसे किसी भी समझौते के बारे में नहीं सोच सकता जहां किसी देश ने अपनी प्रमुख नदियों को उस नदी पर अधिकार के बिना दूसरे देश में बहने दिया हो। इसलिए यहएक असाधारण समझौता था और, जब हमने इसे स्थगित कर दिया है, तो इस घटना के इतिहास को याद करना महत्वपूर्ण है।
जयशंकर ने कांग्रेस को सुना दिया
राज्यसभा में विदेश मंत्री जयशंकर ने विपक्ष पर करारा अटैक किया। कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उनको फिक्र थी पाकिस्तानी किसानों की थी, हमें फिक्र हैं हिमाचल-राजस्थान के किसानों की। सिंधु जल समझौता शांति की कीमत थी नहीं ये तुष्टीकरण की कीमत थी। इसी के साथ जयशंकर ने तत्कालिन कांग्रेस सरकार पर बड़ा हमला किया।