


मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी द्वारा दिए गए एक विवादित बयान पर सियासी बवाल मच गया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व ट्विटर) पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता पर करारा हमला बोला है। खंडेलवाल ने आरोप लगाया कि जीतू पटवारी ने प्रदेश की मातृशक्ति को "शराबी" कहकर न केवल महिलाओं का अपमान किया है, बल्कि भारतीय संस्कृति और आस्था का भी अपमान किया है।
उन्होंने कहा - कांग्रेस अध्यक्ष और राहुल गांधी के कृपापात्र जीतू पटवारी द्वारा प्रदेश की मातृशक्ति को शराबी कहकर उन्हें अपमानित करने के शर्मनाक बयान की जितने कड़े शब्दों में निंदा की जाए, वह कम है। उन्होंने यह भी कहा कि आज जब देशभर की करोड़ों महिलाएं हरतालिका तीज जैसे पावन पर्व पर श्रद्धा और तपस्या के साथ व्रत रख रही हैं, उस दिन इस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग अत्यंत निंदनीय है।
खंडेलवाल ने दावा किया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में भाजपा सरकार "लाड़ली बहनों" को सम्मानपूर्वक आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, जिससे कांग्रेस बौखलाहट में ऐसे बयान दे रही है। अंत में बीजेपी अध्यक्ष ने मांग की कि जीतू पटवारी को अपने "अमर्यादित बयान" के लिए सार्वजनिक रूप से महिलाओं से माफ़ी मांगनी चाहिए।
रामेश्वर शर्मा का पलटवार: "बहन-बेटियों का अपमान"
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने जीतू पटवारी के इस बयान को मध्यप्रदेश की बहन-बेटियों का सीधा अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि, हरतालिका तीज जैसे पवित्र पर्व पर, जब महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, उस दिन महिलाओं को शराबी कहना उनकी श्रद्धा और तपस्या का अपमान है। रामेश्वर शर्मा ने पटवारी से माफी की मांग करते हुए कहा कि यह बयान न केवल असंवेदनशील है बल्कि **प्रदेश की संस्कृति और संस्कारों पर चोट है।