


हिंदू धर्म में सावन पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। यह दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है और इस दिन पूजा-पाठ, व्रत, दान और रक्षाबंधन जैसे त्योहार मनाए जाते हैं। सावन पूर्णिमा भगवान शिव और विष्णु दोनों के लिए महत्वपूर्ण है इसलिए इस दिन किए गए कार्य शुभ फल प्रदान करतेहैं। वास्तु और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष पौधों को घर में लगाने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और भाग्य का भी साथ मिलने लगता है। ये पौधे न केवल आपके घर का वातावरण शुद्ध करते हैं बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी आपकी उन्नति में सहायक होते हैं।
तुलसी
तुलसी को हिंदू धर्म में माता का स्थान प्राप्त है। यह पौधा न केवल धार्मिक दृष्टि से पूजनीय है, बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर है। तुलसी को घर में लगाने से घर का वातावरण पवित्र रहता है और नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है।
बेलपत्र
बेलपत्र का वृक्ष भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। सावन मास और खासकर सावन पूर्णिमा के दिन बेल का पौधा लगाना बहुत ही शुभ माना गया है। बेलपत्र चढ़ाने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं। इस उपाय को करने से पितृ दोष, कालसर्प दोष और ग्रह बाधाएं समाप्त होती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। बेल के पेड़ को घर के आंगन या बगीचे में लगाएं और सावन में नियमित शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाएं।
आंवला
आंवला न केवल स्वास्थ्यवर्धक होता है बल्कि इसे बहुत ही शुभ और सौभाग्यवर्धक पौधा माना जाता है। धार्मिक अनुष्ठानों में आंवला वृक्ष की पूजा की जाती है।आंवला को लक्ष्मी और विष्णु दोनों का स्वरूप माना गया है। इसे घर में लगाने से घर में आर्थिक समृद्धि आती है और कर्ज और बाधाएं दूर होती हैं।
शमी का पौधा
शमी का पौधा शक्ति, विजय और साहस का प्रतीक है। सावन पूर्णिमा के दिन शमी का पौधा लगाने से शत्रु बाधा समाप्त होती है। भगवान शिव और शनि देव दोनों को शमी प्रिय हैं। शमी का पौधा लगाने से ग्रह दोष, विशेष रूप से शनि दोष से राहत मिलती है। न्यायिक मामलों में विजय मिलती है।
पारिजात
पारिजात को स्वर्ग से धरती पर आया हुआ फूल माना जाता है। यह अत्यंत पवित्र और सुंदर पौधा होता है, जिसे देवी-देवताओं की पूजा में चढ़ाया जाता है।यह भगवान विष्णु और लक्ष्मी को प्रिय है। इस पौधे को उत्तर-पूर्व दिशा में लगाएं। फूलों का उपयोग पूजा में करें।