


सिंहस्थ 2028 की तैयारियों को लेकर रेलवे ने कमर कस ली है। मंगलवार को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार उज्जैन पहुंचे और रेलवे स्टेशनों का निरीक्षण किया। उन्होंने उज्जैन स्टेशन सहित विक्रम नगर, पिंग्लेश्वर, पंवासा, मोहनपुरा, शिप्रा ब्रिज, नईखेड़ी और चिंतामन स्टेशनों की व्यवस्थाएं देखीं। सिंहस्थ को लेकर ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है, जिसमें एआई कैमरों से भीड़ पर नजर रखने और नियंत्रण की व्यवस्था प्रमुख है।
40 हजार यात्रियों के लिए बनेगा होल्डिंग एरिया
रेलवे द्वारा सिंहस्थ 2028 में उज्जैन स्टेशन पर करीब 40 हजार यात्रियों की क्षमता वाला होल्डिंग एरिया तैयार किया जाएगा। यह व्यवस्था प्रयागराज से भी बेहतर और बड़ी होगी। भीड़ प्रबंधन के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
110 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी
सिंहस्थ के दौरान रेलवे द्वारा 110 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। वर्ष 2016 में प्रतिदिन करीब 20 लाख यात्रियों ने उज्जैन स्टेशन का उपयोग किया था, जबकि कुल मिलाकर करीब 5 करोड़ श्रद्धालु आए थे। सिंहस्थ 2028 में पांच गुना अधिक भीड़ आने की संभावना है। इसको ध्यान में रखते हुए रेलवे अपनी तैयारी कर रहा है।
स्टेशनों पर लगेंगे एआई आधारित कैमरे
रेलवे स्टेशन पर एआई तकनीक से युक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जो यात्रियों की मूवमेंट पर नजर रखेंगे और भीड़ नियंत्रण में मदद करेंगे। सुरक्षा और सुविधा दोनों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है।
सिंहस्थ के बाद होगा उज्जैन स्टेशन का कायाकल्प
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार ने बताया कि उज्जैन रेलवे स्टेशन का पूर्ण कायाकल्प सिंहस्थ 2028 के बाद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल सिंहस्थ को प्राथमिकता देते हुए आवश्यक अस्थायी और स्थायी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। यदि ज़मीन उपलब्ध होती है तो एक नया स्टेशन भी बनाया जा सकता है।
प्रस्तावित स्थानों का निरीक्षण
चेयरमैन सतीश कुमार मंगलवार सुबह दिल्ली से इंदौर फ्लाइट से पहुंचे, और वहां से सीधे विक्रम नगर, पंवासा, पिंग्लेश्वर, शिप्रा ब्रिज, मोहनपुरा और नईखेड़ी स्टेशनों का निरीक्षण करते हुए उज्जैन पहुंचे। उज्जैन स्टेशन पर उन्होंने माधव नगर की ओर से फुट ओवरब्रिज, सर्कुलेटिंग एरिया, माल गोदाम और पार्सल कार्यालय का दौरा किया।
सिंहस्थ के लिए व्यापक तैयारी
रेलवे प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों द्वारा सिंहस्थ 2028 के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं, जिसमें यात्री सुविधा, सुरक्षा, स्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर और भीड़ प्रबंधन प्रमुख बिंदु होंगे।