हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी व्रत करने का विधान है। सावन माह के शुक्ल पक्ष में पुत्रदा एकदशी व्रत किया जाता है। धार्मिक मत है कि एकादशी पर श्रीहरि और मां लक्ष्मी की उपासना और व्रत करने से सुख एवं समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। इसके अलावा संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है। व्रत के दौरान खानपान के नियम का पालन जरूर करना चाहिए। मान्यता है कि नियम का पालन न करने से साधक पुण्य की प्राप्ति से वंचित रहता है।
पुत्रदा एकादशी व्रत में क्या न खाएं
पुत्रदा एकादशी व्रत में चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा अन्न और नमक का सेवन भी वर्जित है। धार्मिक मान्यता है कि एकादशी के दिन चावल खाने से इंसान योनि से च्युत होकर उसको अगला जन्म रेंगने वाले जीव की योनि में मिलता है। साथ ही जातक को लहसुन, प्याज, मसूर की दाल और मांस नहीं खाना चाहिए।
पुत्रदा एकादशी 2024 डेट और शुभ मुहूर्त
सावन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 15 अगस्त को सुबह 10 बजकर 26 मिनट पर प्रारंभ हो रही है। वहीं, यह तिथि 16 अगस्त को सुबह 09 बजकर 39 मिनट तक रहने वाली है। ऐसे में सावन माह में पुत्रदा एकादशी का व्रत शुक्रवार, 16 अगस्त 2024 को किया जाएगा। एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि में किया जाता है। 17 अगस्त को पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण करने का समय सुबह 05 बजकर 51 मिनट से लेकर 08 बजकर 05 मिनट के बीच में कर सकते हैं। व्रत का पारण करने के बाद श्रद्धा अनुसार विशेष चीजों का दान करना चाहिए।
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