शुभ मुहूर्त
तृतीया तिथि आरंभ- 05 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 21 मिनट से
तृतीया तिथि समापन- 06 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 21 मिनट तक
पूजा का शुभ समय- सुबह 06 बजकर 02 से सुबह 08 बजकर 33 मिनट तक
पूजा विधि
तृतीया के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान आदि से निवृत्त हों।
अब भगवान सूर्य को जल चढ़ाएं और व्रत का संकल्प लें।
संकल्प लेते समय मां गौरी और महादेव का स्मरण करें।
किसी साफ सुथरे शुद्ध स्थान पर शिव गौरी और गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें।
फिर धूप दीप आदि पुष्प आदि पूजन सामग्री से विधि विधान से पूजा करें।
अब माता पार्वती को सुहाग की पिटारी चढ़ाए और भगवान शिव जी के लिए धोती और अंगोछा चढ़ाएं।
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