हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। माघ माह की कालाष्टमी आज 21 जनवरी 2025 को मनाई जा रही है। कालाष्टमी की रात तंत्र विद्या सीखने वाले लोग अनुष्ठान करते हैं। हिंदू धर्म में कालाष्टमी पर काल भैरव की पूजा का विशेष महत्व है। कालाष्टमी के दिन निशिता काल में काल भैरव देव की विधिपूर्वक पूजा करने और व्रत करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन कुछ कार्य करने वर्जित होते हैं जिनको करने से काल भैरव नाराज हो जाते हैं। ऐसे में चलिए आपको बताते हैं कि कालाष्टमी के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
कालाष्टमी के दिन क्या करें
- कालाष्टमी के दिन सुबह स्नान करके भगवान काल भैरव की पूजा करनी चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन व्रत रखना चाहिए और सात्विक भोजन करना चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- कालाष्टमी के दिन काल भैरव के मंत्रों का जाप करना चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन गरीबों की मदद करनी चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाना चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन शिव पुराण का पाठ करना चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन काल भैरव चालीसा या स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन सुबह उठते से ही बुजुर्गों को आदर देना चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन भोजन, वस्त्र या धन का दान करना चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन काल भैरव के मंदिर में जाना चाहिए।
कालाष्टमी के दिन क्या न करें
- कालाष्टमी के दिन किसी का अनादर नहीं करना चाहिए और नुकीली चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन मांसाहार, तामसिक या शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन किसी से झगड़ा नहीं करना चाहिए। किसी को कष्ट या दुख नहीं देना चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन किसी व्यक्ति या पशु-पक्षियों को सताना नहीं चाहिए। कालाष्टमी के दिन गुस्सा नहीं करना चाहिए।
- कालाष्टमी के दिन प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
Comments (0)