कार्तिक मास में क्या करें क्या न करें, कार्तिक मास के नियम
कार्तिक मास में गरीबों को चावल का दान करना चाहिए। ऐसा करने से चंद्र दोष दूर होता है साथ ही चंद्रमा ग्रह शुभ फल देता है।
कार्तिक मास में दीप दान करने का भी विशेष महत्व है। शास्त्रों में बताया गया है कि कार्तिक मास में किसी पवित्र नदी, पोखर, तालाब आदि के पास जाकर घी का दीपदान करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को पुण्य मिलता है।
कार्तिक मास में तुलसी पूजन का भी विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार, इस महीने में रोजाना सुबह शाम तुलसी में घी का दीपक जलाना चाहिए। साथ ही इस महीने में तुलसी का सेवन करना भी शुभ माना जाता है।
कार्तिक मास में शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए। कार्तिक मास में आप सिर्फ नरक चतुर्दशी कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी पर ही आप तेल अपने शरीर पर लगा सकते हैं।
कार्तिक मास में भूमि पर सोना चाहिए। दरअसल, भूमि पर सोने से व्यक्ति के मन में सात्विकता आती है।
कार्तिक मास में उड़द, मूंग की दाल, मसूर की दाल, चना दाल, मटर आदि का सेवन वर्जित हैं। साथ ही इस महीने भूलकर भी मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
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