'हमें एक ही जीवन मिला है और इस में कुछ कर दिखाना है – मनु भाकर।इसी जज्बे के साथ टूटे दिल को जोड़ा।पेरिस ओलिंपिक 2024 में भारत के लिए पहला मेडल लेकर आने वाली भारतीय महिला राइफल शूटर मनु भाकर की कहानी।
आज़ाद पंखों ने भरी ऊंची उड़ान
मत पूछो मेरे पंख कितने बड़े हैं...मेरी उड़ान मेरे हौसले से है, यही जज्बा लिए पेरिस ओलिंपिक 2024 में मनु भाकर ने भारत को पहला पदक दिलाया। दूसरे दिन विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग के फाइनल में तीसरा स्थान हासिल किया। मनु भाकर पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं, जिन्होंने ओलंपिक शूटिंग में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता। फाइनल में मनु भाकर ने कुल 221.7 अंक हासिल किए।
डॉक्टर बनना चाहती थीं मनु भाकर
मनु की कहानी भी देश के हज़ारों लाखों युवाओं के जैसी ही है। मनु भाकर जब स्कूल में 9वीं क्लास में थीं, तब डॉक्टर बनना चाहती थीं, पर 10वीं क्लास में अलग मोड़ आया था, जब क्लास में टॉप करने के साथ उनका चयन शूटिंग के लिए नेशनल टीम में हुआ था और अपने कोच अनिल जाखड़ के कहने पर उन्होंने शूटिंग को एक मौका दिया और 11वीं क्लास में जब वे महज 16 साल की थीं, तब ISSF वर्ल्ड कप, कोमनवैल्थ गेम्स और यूथ ओलिंपिक गेम्स में गोल्ड मैडल जीत कर देश का नाम रोशन किया।
कई मेडल कर चुकी हैं अपने नाम
मनु भाकर ने जूनियर एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर पहली बड़ी सफलता हासिल की।इसके बाद उनका जलवा दिखा नेशनल गेम्स 2017 में, जहां उन्होंने हीना सिद्धू जैसी दिग्गज शूटर को हराया और कुल 9 गोल्ड मेडल अपने नाम किए।यही वो वक्त था जब मनु के अलावा शूटिंग में सौरभ चौधरी, मेहुली घोष, ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर जैसे युवा खिलाड़ी सामने आ रहे थे।इनमें मनु ने सबसे तेजी से अपनी पहचान बनाई और 2018 में ISSF वर्ल्ड कप में धमाकेदार प्रदर्शन किया।यहां मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में गोल्ड मेडल जीत लिए।सफलता का ये सिलसिला 2019 में भी जारी रहा, जहां उन्होंने सौरभ चौधरी के साथ मिलकर लगातार 4 वर्ल्ड कप में 10 मीटर मिक्स्ड टीम इवेंट के गोल्ड जीते।
पिस्टल खराब होने से टोक्यो ओलिंपिक में टूटा दिल
लगातार सफलता के बाद टोक्यो ओलिंपिक में मनु से दमदार प्रदर्शन की उम्मीद थी।लेकिन 2020 में कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया पर जो ब्रेक लगा, उसका असर मनु और बाकी शूटर्स पर भी दिखा और टोक्यो में भारतीय शूटर्स पूरी तरह से नाकाम रहे। मनु के लिए ज्यादा निराशाजनक इसलिए रहा क्योंकि 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में अचानक उनकी पिस्टल खराब हो गई थी। इसका असर उनके प्रदर्शन पर पड़ा और वो फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाईं।
मनु की मेहनत ने की दमदार वापसी
शूटिंग रेंज की नाकामी के अलावा भी मनु अलग-अलग वजहों से विवादों में रहीं। उनकी फॉर्म भी अच्छी नहीं रही थी और ऐसे में पेरिस ओलंपिक को लेकर कई आशंकाएं जताई जा रही थी।फिर भी पिछले एक साल में मनु ने मेहनत कर दमदार वापसी की और पेरिस के लिए क्वालिफाई किया।2023 में उन्होंने बाकू में वर्ल्ड चैंपियनशिप में 25 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड जीता था।इसी साल उन्होंने एशियन गेम्स में विमेंस टीम इवेंट में 25 मीटर का गोल्ड जीता था। और अब पेरिस ओलिंपिक 2024 में मेडल जीत भारत का नाम रोशन किया।
Written by- Prishita sharma
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