भारत के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली टेस्ट में भारत ही नहीं विश्व के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। कोहली ने साल 2014 से 2022 तक टेस्ट में टीम इंडिया की कमान संभाली। बता दें कि, विराट की कप्तानी 2022 में भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद समाप्त हो गई जहां टीम पहला टेस्ट मैच जीतने के बावजूद तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से हार गई।
विराट टेस्ट में सफल कप्तान...
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट में भारत की कप्तानी छोड़ना उनके प्रशंसकों और देश की क्रिकेट बिरादरी के लिए एक बड़ा झटका था। दरअसल, विराट कोहली खेल के सबसे लंबे प्रारूप ( टेस्ट ) में भारत के सबसे सफल कप्तान रहे हैं। आपको बता दें कि, कोहली की कप्तानी में खेले गए 68 टेस्ट में भारत को 40 में सफलता मिली। कोहली के बाद भारत के दूसरे सफल कप्तान एमएस धोनी हैं जिनके नाम 27 जीत है। विराट ने टेस्ट टीम के कप्तान के रूप में 54.80 की औसत से 5,864 रन बनाए।
कोहली को टेस्ट की कप्तानी नहीं छोड़नी चाहिए थी
वहीं साल 2022 में विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद दिग्गज ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा को भारतीय टीम का नया कप्तान चुना गया। अब भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ का मानना है कि, विराट कोहली को कुछ और समय तक भारतीय टेस्ट टीम का नेतृत्व जारी रखना चाहिए था। बांगड़ ने कहा कि, मैं व्यक्तिगत रूप से महसूस करता हूं कि, उन्हें टेस्ट कप्तान के रूप में लंबे समय तक बने रहना चाहिए था क्योंकि उन्होंने संभवत: 65 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की है और मुझे लगता है कि, वह संभवत: लंबे समय तक टेस्ट कप्तान बने रह सकते थे।
कोहली की फिटनेस के मुरीद हुए बांगड़
बांगड़ ने कहा कि, विराट का ध्यान विदेशी जमीन पर टीम को जीत दिलाने पर थी। उन्होंने आगे कहा कि, कोहली इस बात से प्रेरित थे कि, भारत को विदेशों में अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा। इसके अलावा संजय बांगड़ ने कोहली की फिटनेस की तारीफ करते हुए कहा कि, उन्होंने भारतीय क्रिकेट में फिटनेस क्रांति ला दी क्योंकि अन्य खिलाड़ी उनके नक्शेकदम पर चलने लगे। जब फिटनेस की बात आती है तो कोहली भारतीय टीम में प्रेरक शक्ति रहे हैं। वहीं बांगड़ ने खुलासा किया है कि, विराट कोहली ने खुद को सर्वश्रेष्ठ हासिल करने के लिए चुनौती दी।
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